नई दिल्ही(तेज़ समाचार डेस्क):भारत का सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी एमके थ्री आज श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केन्द्र से सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है.इसी के साथ ISRO ने एक नया इतिहास रचा। यह रॉकेट संचार उपग्रह जीसैट-19 को लेकर जाएगा. जीएसएलवी एमके थ्री-डी 1 रॉकेट ने आज शाम ठीक 5 बजकर 28 मिनट पर यहां से तकरीबन 120किलोमीटर दूर सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लांच पैड से उड़ान भरी है.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अध्यक्ष एस एस किरण कुमार ने कहा कि मिशन महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अब तक का सबसे भारी रॉकेट और उपग्रह है जिसे देश से छोड़ा जाना है. उन्होंने कहा कि जीएसएलवी एमके थ्री-डी 1 और जीसैट-19 मिशन के लिए सारी गतिविधियां चल रही हैं.जियो-स्टेशनरी सैटेलाइट लॉन्चिंग वीइकल मार्क-3 को भविष्य का अंतरिक्ष यान बताया जा रहा है। इसकी प्लानिंग इसरो के पूर्व चेयरमैन के कस्तूरीरंगन ने की थी।
इसे तैयार करने में कुल 15 साल का समय लगा। इस रॉकेट की कुल लागत 300 करोड़ रुपये है। इसका वजन 640 टन यानी 200 हाथियों या पांच लोडेड बोइंग जंबो प्लेन के बराबर है। इसमें ईंधन के तौर पर लिक्विड हाइड्रोजन और ऑक्सिजन का इस्तेमाल किया गया है। इसकी लंबाई 43 मीटर है।