पुणे. केंद्र सरकार ने भले ही ‘जीएसटी’ लागू कर दिया हो, पर अभी भी आम आदमी उसमें उलझा हुआ है. बिस्कुट व चॉकलेट के लिए अलग-अलग दर लागू किए गए हैं. जो उचित नहीं है. ऐसे में जीएसटी के नाम पर लोगों को लूटा जा रहा है. जो एक प्रकार का आर्थिक आतंकवाद है. उक्त तीखे टिप्पणी करते हुए पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिंदबरम ने केंद्र सरकार को घेरा.
– हर मोर्चे पर सरकार फेल
पुणे श्रमिक पत्रकार संघ में पत्रकारों से वार्तालापात में केंद्र सरकार की बक्खियां उधेड़ी. उन्होंने कहा कि इस सरकार के राज में किसानों की अनदेखी की जा रही है. उनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा. भारत-चीन सीमा पर उपजे तनाव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर हो गया है. इसलिए पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसपर अपना मुंह खोलें, फिर हम अपनी भूमिका बताएंगे.
चिदंबरम ने कहा कि भारत-पाक सीमा पर हर दिन भारतीय सैनिकों पर हमले हो रहे हैं. इसओर सरकार को गंभीरता से सोचना होगा. पर कश्मीर की परिस्थितियों को सुलझाने में सरकार असफल हुई है. कश्मीर का युवा हाथ में पत्थर लेकर सड़क पर उतरा है. यह लक्षण ठीक नहीं है. उनसे सरकार को संवाद साध कर परिस्थिति को नियत्रंण में लाना होगा. पर यह सरकार कुछ भी नहीं कर रही है. जबकि हमारी यूपीए सरकार के समय कभी भी ऐसी परिस्थिति नहीं आई थी. जबतक कश्मीर में भाजपा- पीडीपी की सरकार है, तब तग वहां की परिस्थिति में सुधार नहीं होगा. चिदंबरम ने कहा कि भाजपा को मात देने के लिए वर्ष २०१९के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी ताकत से उतरेगी.
सेंसर बोर्ड व निर्देशक मिटाए विवाद
‘इंदू सरकार’पर उपजे विवाद पर चिदंबरम ने कहा कि यह मामला सेंसर बोर्ड व फिल्म के निर्देशक सुलझाएं. ‘इंदू सरकार’ का विरोध करना कांग्रेसी नीति का हिस्सा नहीं है.