शिकागो ( तेजसमाचार डेस्क ) – स्वामी विज्ञानानंद की शंख ध्वनि से विश्व हिन्दू कांग्रेस के द्वितीय महासम्मेलन की जैसे ही शुरुआत हुई, वेस्टिन होटल का विशाल सभागार दुनिया भर से आए प्रतिनिधियों की करतल ध्वनि से गूंज उठा. शंख ध्वनि की रस्म स्वामी विज्ञाना नंद ने निभाई.
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत, चिन्मया मिशन के प्रमुख स्वामी स्वरूपानंद, नामधारी सिख समुदाय के सरदार दिलीप सिंह और सिने स्टार अनुपम खेर सभागार में पहुंच चुके थे. इस कांग्रेस में 59 देशों के 2500 प्रतिनिधियों के अलावा बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे.
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ स्वामी विवेकानंद के आदमकद मूर्ति का अनावरण भी किया, तो सभागार एक बार फिर करतल ध्वनि से गूंज उठा. इस अवसर पर प्रतिनिधियों ने दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा नोबल पुरस्कार विजेता वीएस नायपाल को दो मिनट खड़े होकर श्रद्धांजलि दी.
इलिनोइस की गवर्नर ने कहा कि शिकागो के लिए यह गर्व की बात है कि इस राज्य में स्वामी विवेकानंद ने सर्व धर्म समभाव का अलख जगाया था. अनुपम खेर ने कहा कि वह धर्म कर्म से हिन्दू हैं और उन्हें इस पर गर्व है. एक कश्मीरी होने के नाते वह दावे के साथ कह सकते हैं कि कश्मीरी पंडित बहुत सहिष्णु होते हैं. यह उनके स्वभाव में है.
इस अवसर पर अमेरिकी विश्व हिन्दू संघ के अध्यक्ष डॉक्टर अभय अस्थाना, स्वामी स्वरूपानंद, दिलीप सिंह ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए.

