पुणे ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – बीते शुक्रवार रेलवे की सीमा में लगे भारी भरकम अवैध होर्डिंग गिरने से उसके नीचे कई लोग दब गए. जिसमें से 4 की मौत हो गई थी. होर्डिंग दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी रिक्षाचालक उमेश मोरे की पत्नी को रेलवे की और से एक लाख रूपए की सहायता पेशकश की गई. जिसे उसने नकारते हुए रेलवे प्रशासन से प्रश्न किया है कि एक लाख से क्या होगा.

शुक्रवार दोपहर को पुराना बाज़ार चौक में अवैध होर्डिंग हटाने का काम किया जा रहा था, उसकी जानकारी न तो पुलिस या मनपा प्रशासन को दी गयी थी. होर्डिंग हटाने का काम भी गलत तरीके से किया जा रहा था. एड. एजेंसी की ओर से ऊपर की बजाए नीचे की ओर से इसे काटा जा रहा था. इस वजह से यह घटना घटी व उसके नीचे दबने से 4 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. महापालिका प्रशासन ने इसके लिए पूरी तरह से रेलवे प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था .
इसी घटना में रिक्षाचालक उमेश मोरे के सिर पर गंभीर चोट लगी. उमेश मोरे घर में अकेले कमाने वाले हैं. भविष्य में वह ऑटो रिक्शा चला पायेंगे या नहीं यह अभी नहीं कहा जा सकता. उनका ससून अस्पताल में इलाज़ चल रहा है.
उमेश मोरे की पत्नी सुवर्ण मोरे ने बताया कि रेलवे की एक लाख रूपए की सहायता से उनके पति का इलाज़ भी संभव नहीं है. उन्होंने अपने अधिकारों के लिए क़ानूनी लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है.
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