नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). पिछले कई महीनों से कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है. इस दौरान एक बात जो सामने आई है, वह यह कि जिन लोगों को रोक प्रतिकारक क्षमता अच्छी है, उनमें कोरोना का संक्रमण होने के बावजूद वे स्वस्थ पाए गए है. जो लोग क्वारंटाइन होने के बाद ठीक हुए है, उस स्थिति में भी रोगी की प्रतिकारक शक्ति ही रोगी के ठीक होने में मददगार रही है. ऐसे में पूरी दुनिया के वैज्ञानिक अब इस नतीजे पर पहुंचने लगे है कि यदि हम अपनी रोग प्रतिकारक शक्ति को मजबूत करते हैं, तो पूरी दुनिया कोरोना पर जल्द ही जीत हासिल कर सकती है.
– स्वाभाविक रूप से खत्म हो जाएगा वायरस
इसी बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन के पूर्व निदेशक और कैंसर विशेषज्ञ प्रोफेसर करोल सिकोरा ने सुझाव दिया कि कोरोनो वायरस किसी भी वैक्सीन के विकसित होने से पहले ही स्वाभाविक रूप से खत्म हो सकता है. डब्ल्यूएचओ के कैंसर कार्यक्रम का निर्देशन करने वाले प्रोफेसर करोल सिकोरा ने कहा कि, हम हर जगह एक समान पैटर्न देख रहे हैं और मुझे लगता है कि हमारे पास अनुमान से ज्यादा इम्यूनिटी है.
– संक्रमण की गति को रोके रखना जरूरी
जहां दुनिया में कोरोना के मामले 50 लाख का आंकड़ा छूने की ओर वहीं प्रोफेसर सिकोरा ने इस पड़ाव से अच्छे दिन लौटने की उम्मीद जताई है. उन्होंने अपने बयान में कहा, “हमें वायरस के फैलाव धीमा रखने की आवश्यकता है, और यह अपने आप ही बाहर हो सकता है. यह मेरी राय है कि क्योंकि व्यवहारिक तौर पर ऐसा ही हो रहा है. ”