पूर्व मंत्री महाजन के समर्थक रत्नाकर पवार ठगी के मामले मे गिरफ्तार
जलगांव (नरेंद्र इंगले ): नांदगांव तहसिल क्षेत्र का नारपार योजना मे समावेश किया जाए , CSR से करंजवन को फंड प्राप्त हो वगैरा वगैरा इस तरह की लुभावनी मांग कर प्रोपगैंडा के सहारे जनता के बीच लोकप्रियता बटोरने वाले नासिक के पदाधिकारी तथा ठेकेदार रत्नाकर पवार को पुणे पुलिस ने 6 महीने के प्रयासो के बाद ठगी के मामले मे गिरफ्तार कर लिया है ! देवेंद्र फडणवीस सरकार मे जलशक्ति मंत्री रहे गिरीश महाजन के समर्थक माने जाने वाले और पेशे से ठेकेदार रत्नाकर पवार ने महाजन के साथ नजदीकी के सहारे अपनी इसी आभासी लोकप्रियता वाली प्रतिमा के बलबूते पुणे मे कई व्यवसायियो को यह कहकर चुना लगाया कि उनका पैसा किसी खास प्रोजेक्ट मे निवेश किया जाएगा ! 1 करोड़ 64 लाख रुपया ऐंठकर भूमीगत हो चुके रत्नाकर के खिलाफ पुणे के कोंढ़वा पुलिस थाने मे जालसाजी की शिकायते दर्ज की गई थी ! इसी दौरान पवार ने कानून के शिकंजे से बचने के लिए सेशन से लेकर हाई कोर्ट तक अंतरिम जमानत की गुहार लगाई थी ! कोर्ट द्वारा अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज कि गई ! पुलिस ने रत्नाकर को 6 महीनो के प्रयासो के बाद आखिर गिरफ्तार कर लिया है ! पवार की पत्नी मनीषा नासिक जिला परिषद की सभापती रह चुकी है यही नही नांदगांव विधानसभा के लिए मनीषा ने उम्मीदवारी भी की है ! नतीजो मे नांदगांव की सीट शिवसेना ने जीती और मनीषा हार गई थी ! रत्नाकर की पूर्व मंत्री महाजन से नजदीकियो का अंदाजा साल 2019 मे लगभग सभी मराठी अखबारो मे प्रकाशित विज्ञापनो के आधार पर लगाया जा सकता है ! किसी मंत्री के रुतबे और आशीष से सरबोर कोई ठेकेदार या फिर कोई भी शख्स किस तरह सिस्टम को प्रभावित कर समाज को नुकसान पहुंचाता है और अपराध का नया अध्याय लिखता है यह बात राजनीती मे कोई नई नही है ! रत्नाकर जैसे सैकड़ो ऐसे अपराधी होगे जो नेताओ की पनाह से प्रोपगैंडा के सहारे लोगो का करोडो रुपया चट कर गए होगे ! सूत्रो के मुताबिक रत्नाकर से जुड़े कई ऐसे शख्स और मामले पुलिस जांच की जद मे आ सकते है !