नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). गलवान घाटी में 15 जून को हिंसक झड़प के बाद सोमवार को भारत और चीन के बीच मॉल्डो में लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की दूसरी मीटिंग 11 घंटे तक चली. यह बैठक सुबह 11.30 बजे शुरू होकर देर रात को खत्म हुई. भारत की ओर से मीटिंग में 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने हिस्सा लिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत ने इस बैठक में पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो इलाके से चीनी सैनिकों को हटाने को कहा है. भारतीय अफसरों ने गलवान में हुई हिंसक झड़प पर नाराजगी जाहिर की. झड़प को चीन की सुनियोजित साजिश और क्रूर कृत्य बताया. भारत की मांग है कि चीन लद्दाख में अपने सैनिकों की पोजिशन अप्रैल की यथास्थिति पर लाए. गलवान में हुई झड़प में चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर कंटीले तारों से हमला किया था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए थे. चीन के भी 40 से ज्यादा जवान मारे गए. हालांकि, उसने अभी तक किसी सैनिक के मारे जाने की बात नहीं कही है.
– लेह का दौरा करेंगे सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे मंगलवार को लेह का दौरा करेंगे। इस दौरान वे अफसरों से चीन के कमांडरों के साथ हुई बैठक की जानकारी लेंगे और इलाके की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेंगे। इससे पहले आर्मी चीफ ने दिल्ली में सेना के टॉप कमांडर्स के साथ सीमा सुरक्षा को लेकर बैठक की।