इंदौर (तेज समाचार डेस्क): इंदौर – अहमदाबाद नेशनल हाइवे 59 के मेठवाड़ा टोल टैक्स बूथ की है जहां शुक्रवार रात को तकरीबन 35 नकबपोशो ने जमकर तोड़फोड़ कर उत्पात मचाया है वही घटना के दौरान जैसे ही दूर से पुलिस के सायरन की आवाज सुनाई दी तो उपद्रव करने वाले भाग निकले। घटना के बाद टोल बूथ संचालको द्वारा बेटमा थाने पर सूचना दी गई जिसके मौके पर पुलिस पहुंची। तोड़ फोड़ का मंजर नेशनल हाइवे 59 का है जहां इंदौर – अहमदाबाद मार्ग पर बेटमा के पास स्थित मेठवाड़ा टोल बूथ का है जहां तोड़फोड़ के मामले आये दिन सामने आते है। कुछ दिन पहले ही यहां के कर्मचारियों के दुर्व्यवहार और आस पास के ग्रामीणों से की जा रही टोल वसूली, जिनकी जमीनें जा चुकी है उन किसानों को नौकरी के मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर करनी सेना प्रशासन को चेताया भी था। करणी सेना के जिला अध्यक्ष ऋषिराज सिंह सिसोदिया ने इस मामले को लेकर तोड़फोड़ की धमकी दी थी। हालांकि कल रात हुई तोड़ फोड़ के मामले में करणी सेना का नाम तो सामने नही आया है। वही पुलिस ये मानकर जांच में जुटी है कि आस पास के ग्रामीणों द्वारा टोल बूथ पर टैक्स वसूली को लेकर तोड़ फोड़ की गई है।
बता दे कि इनके पहले पूर्व भी टोल बूथ के आस पास लगे गांव के लोगो ने भी टैक्स वसूली का विरोध किया था। मिली जानकारी के मुताबिक जब से यह टोल बूथ बना है तब से ही यह विवादों में रहा है। जिसकी वजह है समूचे देश के टोल नाकों की तुलना मे यहां पर लगने वाले टोल की दरे सबसे ज्यादा है लिहाजा पूर्व में भी कई आंदोलन और विरोध प्रदर्शन यहां हो चुके है। इतना ही नही एक बार तो क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक विशाल पटेल ने करीब 3 घण्टे तक टोल बूथ पर टोल के नजदीक रहने वाले किसानों से जबरिया टोल वसूली को लेकर टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन भी किया था। तब टोल प्लाजा प्रबंधन ने ग्रामीणों से टोल वसूली न करने की बात कही थी।
पूरे मामले में विवाद की वजह है ये है कि टोल प्लाजा से 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले ग्रामीणों से टोल वसूला जा रहा है और टोल की दरे भी राष्ट्रीय स्तर की है ऐसे में ग्रामीणों द्वारा आये दिन हंगामा किया जाता रहा है। शुक्रवार रात को हुई तोड़फोड़ को लेकर पुलिस का कहना है कि टोल बूथ के आस-पास के गांव वाले जिनकी खेती टोल के इस पार उस पार है उन्हें खेत पर आना जाना पड़ता है।पुलिस के मुताबिक टोल प्रबंधन ने किसानों को ढाई सौ रुपए का मंथली पास बनाने की बात की थी। बता दे कि इसी वजह से किसानों में काफी आक्रोश है क्योंकि विरोध करने वाले वही किसान है जिन किसानों की काफी जमीन नेशनल हाईवे के निर्माण के चलते चली गई है। फिलहाल, पुलिस ने प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है जांच के बाद ही रात में किये हमले के हमलावरों का पता चल पाएगा। टोल प्रबंधन की माने तो रात को हुई घटना के बाद पुलिस को शिकायत कर दी गई है।