नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). वर्ष 2015 में मौहम्मद पैगंबर पर प्रकाशित कार्टून के कारण् चार्ली हब्दो नामक मैग्जीन पर आतंकी हमला हुआ था. हाल ही में उसी मैग्जीन के उसी अंक के मुख पृष्ठ को इंस्टाग्राम पर शेयर करने के कारण इंस्टाग्राम ने ‘चार्ली हब्दो’ मैग्जीन के दो पत्रकारों का अकॉउंट कई घंटों के लिए सस्पेंड कर दिया. हालांकि ब्लॉक किए गए दोनों पत्रकारों का कहना है कि, इसके जरिए उन्होंने उन लोगों को याद किया, जिन्होंने उस हमले में अपनी जान गवाई.
– पत्रकार लॉरे डौसी ने किया ट्वीट
लॉरे डौसी (Laure Daussy) नामक पत्रकार ने अपने अकॉउंट ब्लॉक होने की सूचना दी. उन्होंने कहा, “मेरा इंस्टाग्राम अकॉउंट डिएक्टिवेट हो चुका है. मैंने जो आखिरी फोटो उस पर डाली, वह चार्ली हब्दो मैगजीन के फ्रंट पेज की थी.” उन्होंने बताया कि शायद मास रिपोर्टिंग के कारण ये सब हुआ. जो अब सेंसरशिप का नया पर्याय बन चुकी है. उन्होंने लिखा ये ‘mind blowing’ है.
– कॉरिनर रे ने की नींदा
इसी प्रकार कॉरिन रे (Corrine Rey) ने अपने ट्विटर पर लिखा कि ऐसा ही उनके अकॉउंट के साथ भी हुआ. उन्होंने लिखा, “चार्ली हब्दो में मेरी सहकर्मी लॉरे डौसी की तरह मेरा अकॉउंट भी पैंगंबर मुहम्मद के कार्टून वाला कवर पेज शेयर करने के कारण डिएक्टिवेट हो गया है.” कॉरिनर ने इस हरकत को बेहद निंदनीय करार दिया है.
– 2 लाख प्रतियां हाथों हाथ बिकने के बाद दूबारा छापनी पड़ी कॉपियां
यहाँ बता दें कि सोशल मीडिया पर जिस तस्वीर के कारण पत्रकारों के अकॉउंट ब्लॉक किए जा रहे हैं, उसे लेकर चार्ली हब्दो का कहना है कि उन्होंने इसकी 2,00,000 कॉपी प्रिंट करवाई थी. जो सामान्य संख्या से तीन गुना ज्यादा थी. बावजूद इसके सारी कॉपी बिक गई और उन्हें दोबारा वो एडिशन पब्लिश करवाना पड़ा.
– फ्रांस के राष्ट्रपति भी समर्थन में आगे आए
अखबार का कहना है कि उन्होंने यह प्रयोग पिछले हफ्ते से शुरू किया और पेपर में उन लोगों को याद करने के लिए उस कार्टून को दोबारा से प्रकाशित किया, जो 2015 हमले में मारे गए थे. इसके लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मैनुअल मैक्रोन भी अखबार के समर्थन में आए और दोबारा कार्टून को छापने से रोकने से मना कर दिया.