शिरपुर ( महाराष्ट्र ) – आर.सी. पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, शिरपुर के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से विगत 26 मार्च से 28 मार्च 2017 के बीच एक महत्वपूर्ण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । ” Introduction to Machine learning with R ” विषय पर संपन्न हुई इस तीन दिन की कार्यशाला में प्रोग्रामिंग पर नए ठाठ सामने लाये गए ।कार्यशाला में बताया गया की “R” एक खुला स्रोत प्रोग्रामिंग भाषा और सांख्यिकीय कंप्यूटिंग और ग्राफिक्स के लिए सॉफ़्टवेयर वातावरण है जो सांख्यिकीय कम्प्यूटिंग के लिए “R” फाउंडेशन द्वारा समर्थित है। सांख्यिकीय सॉफ्टवेयर और डेटा विश्लेषण के विकास के लिए सांख्यिकीविदों और डेटा खनिकों के बीच “R” भाषा का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। मशीन सीखना एक प्रकार का कृत्रिम बुद्धि (एआई) है जो कंप्यूटर को स्पष्ट रूप से क्रमादेशित किए बिना सीखने की क्षमता प्रदान करता है। मशीन सीखना कंप्यूटर प्रोग्राम के विकास पर केंद्रित है जो नए डेटा के संपर्क में बदल सकते हैं। प्रोग्रामिंग एप्लिकेशन ब्रह्मांड, कम्प्यूटेशनल आँकड़े और हार्ड साइंस से ब्रह्मांड को घेरे हैं, उदाहरण के लिए, व्यापार, दवा उन्नति, वित्त, स्वास्थ्य देखभाल, विपणन, चिकित्सा और बहुत कुछ में व्यावहारिक अनुप्रयोगों के लिए खगोल विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीनोमिक्स, चूंकि “R” में लगभग 5000 पैकेज (कार्य की लाइब्रेरी) हैं, जिनमें से बड़े भाग विशेष अनुप्रयोगों के लिए प्रतिबद्ध हैं, इसलिए आपको अपने अनुप्रयोगों के विकास के लिए “R” प्रोग्रामिंग प्रतिभा की आवश्यकता नहीं है।
कार्यशाला 26 मार्च से 28 मार्च 2017 के दौरान सफलतापूर्वक पूर्ण हो गई है। प्रोफेसर डॉ. मिलन जोशी, एप्लाइड गणित और कंप्यूटर विज्ञान विभाग, एसवीकेएम के एनएमआईएमएस शिरपुर परिसर इस अवधि के दौरान कार्यशाला के लिए संसाधन व्यक्ति थे। डॉ. जोशी ने कहा कि, “R” प्रोग्रामिंग का भविष्य अच्छा और शक्तिशाली है क्योंकि “R” सबसे ज्यादा मांग की गई स्क्रिप्टिंग भाषा में से एक और सांख्यिकीविदों द्वारा विकसित की गई है। अपने अद्वितीय फायदे के साथ डेटा विश्लेषक और डेटा वैज्ञानिक के लिए सबसे आवश्यक कौशल “R”। प्रिंसिपल प्रो.डॉ.जे.बी.पाटिल, वाइस प्रिंसिपल प्रो.डॉ.पी.जे.देवरे, प्रो.एस.पी. शुक्ल,जनसंपर्क अधिकारी पी.टी. महाजन, ऐसी कार्यशाला के आयोजन के लिए बधाई दी। छात्र और स्टाफ के लिए अभिनव कार्यशाला आयोजित करने के लिए विभाग के प्रमुख प्रो.डी.आर. पाटिल ने पहल की और प्रो.टी.एम.पट्टेवार, द्वारा समन्वय किया गया था। प्रो. वी.एम.पाटिल, प्रो.एस.एम.परदेशी, प्रो.एस.एन.पाटिल, प्रो.विपुल डी.पंजाबी,प्रो.एम.एस.इशी, प्रो.एच.एन.रणधीर और प्रो.पी.आर.पाटिल ने सफल समापन के लिए कार्यशाला में योगदान दिया। छात्र और अन्य विभाग के कर्मचारियों ने भी कार्यशाला में भाग लिया और कहा कि इस तरह की कार्यशाला निकट भविष्य में आयोजित की जानी चाहिए।
विदित हो की महाराष्ट्र के धुलिया जिले के शिरपुर शहर में आर.सी. पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी का अत्यधिक आधुनिक संस्थान स्थापित किया गया है । इस संस्थान को स्थापित करने के पीछे सर्वेसर्वा विधानपरिषद सदस्य अमरीश भाई पटेल ने अपनी दूरदर्शिता का परिचय दिया है । आदिवासी इलाके में शिक्षा व उच्च शिक्षण की गंगा बहा कर अमरीश भाई पटेल व उनके छोटे भाई भूपेश भाई पटेल ने तहसील ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण जिले का चेहरा मोहरा बदल दिया है ।