तेहरान (तेज समाचार डेस्क). अमेरिका और भारत के बाद अब ईरान तीसरा देश है, जिसने पाकिस्तान के अंदर घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक की और बंधक बनाए गए अपने सैनिकों को छुड़ा कर ले गए. ईरान से पहले अमेरिका ने 2011 और भारत ने सितंबर 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक की थी.
– 2 फरवरी की रात को हुए एक्शन
रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड ने 2 फरवरी की रात पाकिस्तान में दाखिल होकर इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है. ईरानी जवानों ने 3 साल पहले दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन जैश-अल अदल द्वारा अगवा किए गए अपने 2 बॉर्डर गार्ड्स को छुड़ा लिया.
– सक्सेसफुल रहा मिशन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान ने पाकिस्तानी फौज को इस एक्शन की पहले से कोई जानकारी नहीं दी थी. 3 फरवरी को ईरानी सैनिकों ने अपने मिशन को सक्सेसफुल बताया और जवानों को मुक्त करवाने की जानकारी भी दी. जैश-अल अदल आतंकी ग्रुप दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान में एक्टिव है और माना जा रहा है कि ईरानी फौज ने इसी इलाके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है.
– 2018 में ईरानी सैनिकों का किया था अपहरण
यह संगठन ईरान के दक्षिण-पूर्व इलाके में हमले करता रहा है. इसने फरवरी 2019 में इसी इलाके में ईरानी जवानों की बस पर हमला किया था. इस हमले में कई ईरानी सैनिक मारे गए थे और दर्जनों घायल हुए थे. अक्टूबर 2018 में इस आतंकवादी संगठन ने 14 ईरानी सैनिकों का अपहरण कर लिया था. ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के मीरजावेह बॉर्डर पर इस घटना को अंजाम दिया गया था. इनमें से 5 सैनिकों को एक महीने बाद छोड़ दिया गया था.
– अमेरिका ने अंदर घुस कर लादेन को मारा था
ईरान तीसरा देश है, जिसने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की है. ईरान से पहले अमेरिका ने 2 मई 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में घुसकर अलकायदा सरगना लादेन को मारा था. इसके बाद भारत ने भी सितंबर 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक की थी. 14 फरवरी 2019 को पुलवामा अटैक के बाद भी भारत ने इसी साल 26 फरवरी को बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी.