दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि). हाल ही में देश में हुए 5 विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद कांग्रेस ने दिग्विजय को गोवा और कर्नाटक इकाइयों के प्रभारी पद से हटा दिया था. लेकिन दिग्विजय है कि अपने विवादित बयानों से बाज नहीं आ रहे हैं. दिग्विजय सिंह ने सोमवार को तेलंगाना पुलिस पर मुस्लिम युवकों को ‘कट्टरपंथी’ बनाने और प्रतिबंधित संगठन की फर्जी साइट बनाकर आईएसआईएस मोड्यूल बनाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यदि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य पुलिस को मुस्लिम युवकों को फंसाने एवं उन्हें आईएसआईएस में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से प्रोत्साहित किया है तो उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए त्यागपत्र दे देना चाहिए.
– जांच के आदेश दें मुख्यमंत्री
दिग्विजय ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ने ऐसा नही किया है, तो उन्हें जांच के आदेश देना चाहिए तथा इस ‘घृणित अपराध’ को करने वाले सभी लोगों को दंडित करवाना चाहिए. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘तेलंगाना पुलिस ने एक बोगस ISIS साइट बनाई है जो मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बना रही है तथा उन्हें ISIS का माड्यूल बनने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.’ उन्होंने कहा कि क्या यह नैतिक होगा कि तेलंगाना पुलिस भड़काउ सूचना देकर मुस्लिम युवाओं को फंसा रही है.
ऐसा करने वालों के सरकार दंडित करे
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘क्या केसीआर ने तेलंगाना पुलिस को मुस्लिम युवाओं को फंसाने और ISIS में उन्हें शामिल करवाने के लिए अधिकृत किया है.’ उन्होंने कहा, ‘यदि उन्होंने किया है तो क्या उन्हें जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए और इस्तीफा नहीं देना चाहिए. यदि उन्होंने नहीं किया तो उन्हें क्या जांच नहीं करवानी चाहिए और इस प्रकार के घृणित अपराध करवाने वालों को दंडित करवाना चाहिए.’
दिग्विजय ने कहा कि तेलंगाना पुलिस की सूचना पर ही मध्य प्रदेश पुलिस ने उन आरोपियों को गिरफ्तार किया था जो राज्य के शाजापुर जिले में ट्रेन में हुए बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार थे. उन्होंने कहा कि सूचना के परिणामस्वरूप ही कानपुर में उसी दिन सैफुल्ला मुठभेड़ हुई थी. दिग्विजय को शनिवार 29 अप्रैल को कांग्रेस की गोवा और कर्नाटक इकाइयों में प्रभारी पदाधिकारी के तौर पर हटाया गया था.