नई दिल्ली (तेज़ समाचार प्रतिनिधि):। आइटी कंपनी इंफोसिस चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल में मिड और सीनियर लेवल के कुछ कर्मियों को बाहर का रास्ता दिखाएगी। विप्रो और कॉग्निजेंट के बाद ऐसा करने वाली तीसरी प्रमुख आइटी कंपनी होगी। खास बात यह है कि बीते हफ्ते ही इंफोसिस ने अमेरिका में 10 हजार नौकरियां देने का एलान किया है। विप्रो ने परफॉरमेंस रिव्यू के बाद 600 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने को कहा है। इसी तरह कॉग्निजेंट ने कर्मचारियों को स्वैच्छिक आधार पर नौकरी से हटने का विकल्प दिया है।इंफोसिस के प्रवक्ता ने ईमेल में कहा, हमारे परफॉर्मेंस मैनेजमेंट प्रक्रिया के तहत कामकाज का अर्धवार्षिक आकलन किया जाता है। कामकाज को देखते हुए लगातार खराब प्रदर्शन से परफोर्मेंस लेवल पर कुछ कार्रवाई की जा सकती है। इसमें छंटनी भी शामिल है।बीते सप्ताह कॉग्निजेंट ने डायरेक्टलर्स, एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट्स के लिए स्वैच्छिक आधार पर नौकरी से हटने का प्रोग्राम शुरू किया था। उन्हेंक कंपनी ने छह से नौ महीने के वेतन की पेशकश की थी।
विप्रो ने लगभग 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, 2000 और कर्मचारियों की छटनी संभव,देश की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी विप्रो ने अपने वार्षिक “प्रदर्शन मूल्यांकन (परफोर्मेंस अप्रेजल)” के आधार पर सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। अफवाह यह भी है कि यह संख्या 2,000 तक जा सकती है। आपको बता दें कि दिसंबर 2016 तक बैंगलुरु की इस कंपनी में करीब 1.79 कर्मचारी कार्यरत थे।
इस बारे में जब कंपनी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो विप्रो ने बताया कि वह व्यापारिक उद्देश्यों, कंपनी की रणनीतिक प्राथमिकताओं और ग्राहक की आवश्यकताओं के साथ अपने कर्मचारियों को संरेखित करने के लिए नियमित आधार पर कठोर परफोर्मेंस अप्रेजल प्रोसेस को अपनाती है। कंपनी ने आगे बताया, “परफोर्मेंस अप्रेजल में कुछ कर्मचारियों को कंपनी से बाहर भी निकाला जा सकता है और इनकी संख्या सालाना आधार पर अलग-अलग होती है।”