जबलपुर(तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):मंगलवार को मप्र के जबलपुर में नर्मदा नदी में देवी मूर्ति विसर्जन को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि कुछ लोगों ने गाड़ियों में आग लगा दी। पुलिस को बल प्रयोग कर उत्पातियों को खदेड़ना पड़ा। कई पुलिस वाले घायल भी हुए हैं।बताते हैं कि जबलपुर की पड़ाव वाली काली माता समिति द्वारा देवी की मृर्ति को नर्मदा में विसर्जन करने को लेकर ग्वारीघाट पर यह विवाद हुआ। समिति से जुड़े लोगों ने देवी मूर्ति को जबरन नर्मदा नदी में करने की कोशिश की।
जलाई पुलिस की गाड़िया
पुलिस ने उन्हें रोका तो वह विवाद करने लगे। इससे पुलिस और समिति के लोगों के बीच तनातनी बढ़ गई और फिर बढ़ गया। इसके बाद उग्र लोगों ने पुलिस की कई गाड़ियां जला दीं, तोड़फोड़ और पथराव किया। इससे आधा दर्जन से ज्यादा पुलिस जवान घायल हो गए हैं। करीब 2 दर्जन गाड़ियों में आग लगा दी गयी. हालात इतने बिगड़ गए कि कलेक्टर छवि भारद्वाज ने खुद मोर्चा संभाला और उत्पातियों पर लाठी भांज दीं।
बताते है कि दुर्गा पूजा आयोजन समिति के लोग नर्मदा कुंड में विसर्जन करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने वहां विसर्जन की इजाज़त नहीं दी थी. मना करने पर उत्पाती युवक आपे से बाहर हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद युवकों ने वहां खड़ी गाड़ियों में आगजनी और तोड़फोड़ की.
उपद्रवी युवकों ने करीब दो दर्जन गाड़ियों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की. हालात बिगड़ते देख फौरन एसपी और कलेक्टर मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और गाड़ियों में सवार चल समारोह में शामिल युवकों को गिरफ़्तार कर लिया. इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. कलेक्टर ने कहा कि उत्पातियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने प्रतिमा विसर्जन को लेकर आदेश जारी किया है कि नर्मदा नदी में मूर्तियों का विसर्जन नहीं होगा। इसके लिए अलग से एक कुंड बनाया गया है, जिसमें विसर्जन होना था। लेकिन पड़ाव वाली माता से जुड़ी समिति के लोगों ने जबरन मूर्ति को नर्मदा में विसर्जित करने की कोशिश की जिससे विवाद हुआ।