पानी की कमी के कारण हो रहा है निकृष्ट दर्जे का कार्य
खामगांव ( फारुक सर तेजसमाचार के लिए ) — खामगाव शहर से गुजरने वाले फोरलेन के चौड़ीकरण का काम शुरू हो चुका है. साथ ही जिले मे अधिकांश सडको के चौडीकरण कार्य निर्माण कार्य शुरु है. हालांकी इस वर्ष जिले मे ही नहीं बल्कि समुचे राज्य मे कम बारिश के चलते जल किल्लत का मुकाबला करना पड़ना रहा है. ऐसे में निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगाई गई, तो आने वाले दिनों में पानी के लिए मोहताज़ होना पड़ेगा. इतने पर भी धड़ल्ले से भवन , सड़क आदी निर्माण कार्य शुरू है ग्रामीण परिसर में जल की लत को ध्यान में रखते हुए सरकार ने जल्द ही हर प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक लगानी चाहिए ऐसी मांग की जा रही है.
राज्य में जल किल्लत
अब तक तो यही माना जा रहा था कि उत्तर महाराष्ट्र और मराठवाडा जैसे राज्य के इलाकों में लोग सूखे से जैसे स्थिति की वजह से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. केवल यही आम जन ही नहीं, महाराष्ट्र के मुंबई शहर में पानी के संकट से जूझना पड़ रहा है.
निर्माण कार्य पर लगनी चाहिए रोक
हर वर्ष गर्मी आते ही नगरपालिका द्वारा शहर में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी जाती है, लेकिन इस वर्ष रोक न लगने से निर्माण कार्य चल रहे हैं शहर में जगह-जगह मकानों के निर्माण कार्य जारी हैं जिसमें तराईकरने के लिए हर दिन हजारों लीटर पानी बर्बाद होता है सड़क, रोड भवन आदि के निर्माण भी कराए जा रहे हैं जिसमें टैंकरों से पानी पहुंचाया जा रहा है.
ट्यूबवेल खनन पर भी नहीं रोक
गर्मियों में ट्यूबवेल खनन पर भी रोक लगाई जाती है, लेकिन इस वर्ष अभी भी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में खनन का कार्य जारी है. पानी न निकलने पर लोग सैकड़ों फीट ट्यूबवेल की गहराई करा रहे हैं. जिसका असर दूसरे ट्यूबवेलों पर भी पड़ रहा है.
दिन ब -दिन घट रहा है जलस्तर
जलस्तर भीषण गर्मी के कारण दिनों-दिन जलस्तर घटता जा रहा है. जिसके चलते हैंडपंप सहित लोगों के निजी ट्यूबवेलों ने भी दम तोड़ दिया है. यदि अभी भी निर्माण कार्यों पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले दिनों में पानी की समस्या और विकराल रूप धारण कर सकती है. अभी तक रोक नहीं लगी है और यदी जो कार्य जारी हैं, फिलहाल वह पूरे होने तक चलते रहेंगे तो पानी कहां से उपलब्ध कराएगे आगे नए निर्माण कार्य नहीं होंगे इसके लिए आदेश जारी होना चाहिए. ताकि शेष पानी का उपयोग हिफाजत और काटकर करके उपयोग किया जा सके.
सीमेंट कंक्रीट निर्माण कार्य के लिए क्यूरिंग जरूरी
यह बात उतनी ही सच है की सिमेन्ट कान्क्रेट के निर्माण कार्य हेतू क्यूरिंग के लिए बड़ी मात्रा पानी की जरूरत पड़ती है. अकोला बाईपास से लेकर एमआईडीसी खामगांव तक रास्ते का चौड़ीकरण कार्य शुरू है. पहले चरण में रास्ते के चौड़ीकरण कार्य के दोनों बाजू नालीयो के निर्माण कार्य , नालियों के ऊपर सीमेंट कांक्रीट के ढापो का निर्माण कार्य शुरू है. अकोला बालापुर बाईपास से लेकर खामगांव एमआईडीसी तक जगह जगह पर नालियों का काम अधूरा किया गया है. सीमेंट कांक्रीट के ढांपे और नालियों के निर्माण कार्य पर भी निगरानी नहीं हो रही है. इसके अलावा रास्ते के चौड़ीकरण कार्य को जगह जगह पर रोक दिया गया है. रास्ते का सेंटर लाइन से मेजरमेंट भी मन मुताबिक हो रहा है. नक्शे के मुताबिक नहीं हो रहा है. सीमेंट कंक्रीट के निर्माण कार्य पर क्यूरिंग ही काम की जान होता है और पानी क्यूरिंग से ही काम में मजबूती आती है. लेकिन जल किल्लत के चलते नाम मात्र पानी का उपयोग करके क्यूरिंग की जा रही है.
ऐसा लग रहा है कि 31 मार्च एंडिंग तक ठेकेदार अपना बिल निकालने का प्रयास कर रहा है. रास्ते के चौड़ीकरण कार्य में सही जगह पर बाधाएं आ रही है. और ठेकेदार चाह रहा है कि किसी प्रकार का वाद ना हो और कोई व्यक्ति न्यायालय का दरवाजा ना खटखटाए. ऐसी सुरत ए हाल से बचने के लिए और निर्माण कार्य में आने वाली बाधाओं को बातचीत के जरिए हल करने का प्रयास किया जा रहा है.
MHT CET – 2019 की गाइडला
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बुलढाणा जिले में भी हर तरफ सड़कों का चौड़ीकरण का कार्य शुरू है. खामगाव से मेहकर रोड, खामगाव से चिखली, खामगाव से नांदुरा, नांदुरा से जलगांव जामोद, खामगाव से शेगाव रोड आदि जिले के हर तहसील में रोड चौड़ीकरण के कार्य शुरू है. इन निर्माण कार्यों को पूरा करने का प्रयास भी किया जा रहा है. जिले के हर रास्ते के चौड़ीकरण कार्य पर अनेक घटनाएं हुई है. जिसमें कई लोगों को अपनी जान भी गवानी पड़ी और कई लोग घायल हुए हैं. रास्ता चौड़ीकरण कार्य करने के लिए सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है. और इस वर्ष कम बारिश के चलते जिले में नहीं बल्कि राज्य में जल की लत ने विकराल रूप धारण कर रखा है. रास्तों के चौड़ीकरण कार्य को अब रोक कर अधूरा छोड़ना भी दुश्वार है और यदि मुकम्मल किया जाता है तो निर्माण कार्य मजबूत नहीं हो सकता यह भी उतनी ही सच्ची बात है. क्योंकि हर निर्माण कार्य के लिए क्यूरिंग बहुत अहमियत रखता है क्यूरिंग के बिना सीमेंट निर्माण कार्य में मजबूती नहीं आ सकती ठेकेदार नाम मात्र पानी का उपयोग करते नजर आ रहे हैं.
खामगाव शहर मे फर्शी से भारत कटपीस तक की सड़क का करोड़ों रुपए लागत से निर्मित सीमेंट कंक्रीट का पुख्ता और मजबूत काम गत 1 वर्ष से अधिक समय से जारी है. लेकिन इस कार्य में केवल मेन रोड की दुकानों से लगी नालिया ही बन पाई है, और अभी फिलहाल काम बंद पड़ा है. इसी काम को कम खर्च मे करके बचे पैसों मे गावं के अन्य सडकों का काम किया जा सकता था.