हॉट स्पॉट बन रहा जामनेर फिर से कर्फ्यू की ओर बढ़ रहा है ?
जलगांव (नरेंद्र इंगले ): कोविड को अपनी जिंदगी का हिस्सा मान कर चलो WHO की इस सलाह को विश्व समुदाय सही मानकर चल पड़ा है ! मोदी सरकार की 67 दिन की लंबी तालाबंदी और उसकी त्रासदी के बावजूद संक्रमण के मामलो मे भारत दुनिया मे 5 वे पायदान पर है ! आंकड़ो के मुताबिक महाराष्ट्र मे उद्धव ठाकरे सरकार कोविड से लड़ने मे सफल साबित होती नजर आ रही है ! कोरोना के मरीजो का रिकवरी रेट काफी अच्छा है वही संक्रमण का बढ़ता ग्राफ भी चिंताजनक है ! भीलवाड़ा के बाद जलगांव जिला हॉट स्पॉट बन गया है !
भीलवाड़ा को प्रशासन की मुश्तैदी से कोविड मुक्त किया गया लेकिन जलगांव जिला प्रशासन की लापरवाही का शिकार बना ! इस स्थिती के लिए जिम्मेदार जिलाधिकारी डॉ अविनाश ढाकणे के तबादले की मांग कई बार उठायी गई लेकिन बदले मे राज्य सरकार से मिला टास्क फोर्स ! जलगांव जिले मे संक्रमितो की संख्या 1 हजार के पार हो चुकी है रिकवरी रेट माकूल है वही मृतको की संख्या 100 से अधिक है !
जामनेर तहसिल मे 40 केसेस है जिनमे से 30 जामनेर शहर से है ! पालसखेड़ा क्वारंटिन सेंटर की क्षमता जवाब दे रही है ! हर नए दिन नए मामले सामने आ रहे है , ग्रामीण इलाके मे संक्रमण कम है ! टेस्टिंग , थर्मल टेस्टिंग , स्वैब कलेक्शन इन चीजो को लेकर स्थानीय प्रशासन पर बोझ काफी बढ़ रहा है उसमे संसाधनो का अभाव है ! मोबाइल मीडिया मे कोविड से जुड़े मामलो की खबरे ब्रेकिंग के रूप मे इस कदर चलायी जा रही है कि मानो दूसरे विषय और समस्याए अचानक खत्म सी हो चुकी है ! कोविड की महामारी न आती तो शायद जामनेर तहसिल की स्वास्थ सुविधा पर कभी बात हि न होती वैसे भी स्वास्थ सेवाओ को लेकर मीडिया मे उठाए जा रहे सवाल सवाल कम और संस्थान के खिलाफ प्रोपगैंडा ज्यादा लग रहे है ! इन सवालो का फ्रेमिंग किसी खास विचारधारा से प्रेरित होकर सरकार को कोसने तक हि सिमित है ! बीते तीन दशको के दौरान तहसिल क्षेत्र मे मेडिकल सेवा को लेकर कुछ ठोस काम किया जाता तो पर्याप्त संसाधनो के सहारे हालात काबू मे आ सकते थे ! रोजीरोटी की जुगाड़ के लिए जद्दोजहद करने वाले लोगो पर भीड़ के नाम पर कर्फ्यू या तालाबंदी को थोपना अब प्रशासन के लिए मुमकिन नही है ! लेकिन आनेवाले दिनो मे ऐसा ही चलता रहा तो जामनेर फिर से कर्फ्यू की ओर तो नही बढ़ रहा है ? यह सवाल भी उठता है !
जामनेर मे कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलो के चलते पूरे महाराष्ट्र मे स्वास्थ सेवा के लिए मकबूल माने जाते इस शहर की सच्चाई कुछ और बया कर रही है ! कोरोना संक्रमण का अधिकतम प्रभाव पुराने जामनेर शहर मे है ! नगर परिषद के स्वास्थ विभाग की तत्परता वाली दिव्यता भव्यता किसी फिल्मी सेट से कम नही है जिसे हम खबर मे दिखाए गए फोटो से नाप सकते है ! उन्नीस बीस और सोशल मीडिया के जरिये कोविड से जुड़ी पल पल की जानकारी क्रिकेट स्कोर की तरह जनता तक पहुचायी जा रही है ! इन सब के बीच जनता उन तमाम सुचना प्रसारण स्त्रोतो से यह उम्मीद कर सकती है कि माध्यम उन्हे कोविड से बचने के लिए मुर्शिद की तरह काम करे न कि आंकड़ो की उलझन मे फंसाकर ढाढस की परीक्षा ले ! प्रशासन को जमीनी स्तर पर हर उस चीज को चुस्त दुरुस्त करना जरूरी है जिसे तालाबंदी के 67 दिनो मे नही किया गया !