प्रशासनिक फ़ाईलो मे अटका दवाईयो का स्टाक
जामनेर ( नरेंद्र इंगले तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – जामनेर के उपजिला अस्पताल में सुविधाओं का अभाव एक बड़ी समस्या बन गया है. आये दिन यहाँ की व्यवस्था चरमराई रहती है. मरीज़ बेहाल हो रहे हैं लेकिन अस्पताल प्रशासन हो यां अस्पताल से जुड़े जिम्मेदार लोग, सभी के सभी तमाशबीन बने बैठे हैं.
राज्य के जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन का गृह नगर होने के कारण जामनेर की सुख सुविधाओं के लिए हमेशा सहयोगियों व विरोधियों की नज़र बनी रहती है. इन सबके बावजूद जामनेर उपजिला अस्पताल में कभी सोनोग्राफी, एक्स रे मशीन बिगडी रहती है, तो कभी इनकी मरम्मत को लेकर बबाल मचा रहता है.
नेताओं की राजनीतिक स्टंटबाजी, डाक्टरो की गैरमौजुदगी पर हो हल्ला मचा रहता है. इन दिनों जामनेर के इस अस्पताल में दवाईयो का स्टॉक ख़त्म हुआ बताया ज रहा है, जिसके कारण गाँव- पाडों के गरीब मरीज़ बेहाल इधर उधर भटकते दिखाई दे रहे हैं. जानकारी मिली है कि अस्पताल में मामूली खांसी की दवा विगत एक माह से ख़त्म बताई जा रही है. वायरल व बदलते मौसम के कारण इस दवा की बेहद मांग हो रही है.
मरीजों के परिजनों ने बताया कि ओपीडी में सेवा दे रहे डाक्टर अब मरीजो को वही दवाईया देने के लिए मजबुर हो रहे हैं फिलहाल स्टाक में उपलब्ध है. जामनेर पर इन दिनों मंत्री जी की कृपा होने के चलते बड़े पैमाने पर निजी व सरकारी निर्माण कार्य चल रहे हैं. जिसके चलते वातावरण मे धूल मिट्टी की व्यापक मौजूदगी सर्दी-सुकाम , बुखार को बढ़ावा दे रही हैं.
जिले में इन दिनों डेंगू फैलने के प्रमाण भी मिले हैं. ऐसे में जामनेर अस्पताल में दवाओं की कमी , अव्यवस्था मरीजों को और भी भयभीत कर रहा है.
इस सारे मामले पर स्थानीय परामर्शदाता डा. विनय सोनवने से तेजसमाचार की टीम के पत्रकार राहुल ने जब सवाल किये तो डा. सोनवने ने बताया कि दवाईयो के लिए जिला अस्पताल से पत्राचार भी किया गया है, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार का स्टाक उपलब्ध नहीं कराया जा सका है.
इस स्थिति को देखते हुए अब ऐसा लगने लगा है कि अस्पताल प्रशासन पर मंत्री महोदय गिरीश महाजन का कोई वर्चस्व नहीं रह गया है. हैरत की बात यह है कि नगर परिषद् पर भी गिरीश महाजन की ही सत्ता काबिज़ है. उनकी पत्नी श्रीमती साधना महाजन नगराध्यक्ष हैं. विशेष बात यह है कि तहसील के विपक्ष के पास जन समस्याओं से जुडा स्व्वास्थ समस्या मुद्दा होने के बावजूद कोई आवाज़ सामने नहीं आ रही है.