जामनेर : तेंदुए की दहशत से वनविभाग सक्रिय
जामनेर (नरेंद्र इंगले): जामनेर तहसिल के पालधी पहुर के संरक्षित जंगलो मे तेंदुए की दहशत से वनविभाग सक्रिय हो गया है . सूत्रो के मुताबिक तेंदुए ने एक राहगीर पर हमला कर दिया जिसके बाद हरकत मे आए वनविभाग ने कॉम्बिंग आपरेशन शुरू कर दिया है . करीब 14 हजार हेक्टेयर मे फैला वनविभाग का आरक्षित जंगल विरला है . फोटो मे बताई गई इमारत वनविभाग का मुख्यालय है जो गिरीश महाजन के मंत्री रहते करीब 50 लाख रुपया खर्च कर बनाई गई . 4 सालो से बिना किसी उपयोग के यह बिल्डिंग नशेड़ियों की पनाहगाह बनी है . पहुर पालधी बिट मे सरकारी खजाने से लाखो रुपया खर्च कर सैकड़ो बार पौधरोपण किया गया जो प्रशासन की अनास्था से फेल हो गया . निजी संपत्ती के इंधन लकड़े के नाम पर प्रशासन की ओर से जारी की जाती यातायात पासेस की आड़ मे चलनेवाले लेनदेन के खेल से पर्यावरण के दोहन की स्थिती भयानक है . जंगलो मे प्राकृतिक और मानवीय तालाब बने हुए है जिनमे बारिश के अलावा पानी रहता नही . जानवरो को पानी की तलाश मे कई किलोमीटर भटककर इंसानी बस्तियो की ओर कूच करना पड़ती है . यह सिलसिला बरसो से चल रहा है .
मई मे तीन गुना बढ़े बिजली बिल :- प्रती यूनिट 22 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ वसूले जा रहे बिजली बिलो मे अप्रैल और मई मे अचानक तीन गुना बढोतरी होने से घरेलू उपभोक्ताओ मे ठाकरे सरकार की लेकर तीव्र नाराजगी देखी जा रही है . बीते साल ठाकरे सरकार ने बिजली बिलो कि सख्ती से अतिरिक्त वसूली की . कोरोना कि तालाबंदी मे बीते साल की तरह आज भी मनमाने तरीके से बिल थमाए जा रहे है . 2019 मे 120 यूनिट के 2020 मे 160 यूनिट हो गए उन्ही 160 आज यूनिट का आंकलन आज 250 यूनिट्स कर ग्राहको की खुली लूट की जा रही है . बोर्ड की ओर से कोई मीटर रीडिंग नही , बस text मैसेजेस के जरिये पारदर्शिता और ग्राहक हितो का झूठा डिजिटल ढोल पीटकर मंत्रियो की छबी चमकाई जा रही है . उद्धव ठाकरे सरकार की इस लूट नीति से त्रस्त आम लोग अब यह कहने लगे है कि पूर्ववर्ती देवेंद्र फडणवीस सरकार काफ़ी बेहतर थी . सूबे की राजनितिक स्थिती ऐसी है कि अगर आज राज्य मे विधानसभा के आम चुनाव घोषित कर दिए जाते है तो महाविकास आघाडी सरकार का सूपड़ा साफ होकर भाजपा 160 से अधिक सीटे लेकर सत्ता मे वापसी करेगी .