जामनेर (नरेंद्र इंगले):आम लोगो को उनकि सामान्य समस्याओ के निवारण के लिए आए दिन जनप्रतिनिधियो कि चौखट पर याची के रुप मे हाजरी लगाना पडने का दृश्य आजकल की राजनिती मे बिलकुल आम बात हो गयी है . हमारा सिस्टम कितना लचर हो गया है इस के कयी उदाहरण अब तक देखे गए है . एक ऐसा हि मजेदार किस्सा लेकर तहसिल के शेंदुर्नी निवासी व्यायसायी मंत्री गिरीश महाजन के निवास पहुचे उनकि शिकायत थी कि उनके पोल्ट्री फार्म मे से अंजान तत्वो ने 20 मुर्गीया चुरा ली है और पुलिस उनकि तहरीर तक दर्ज नहि कर रहि है .
मंत्रीजी ने तत्काल संबंधित थाना प्रभारी को फ़ोन कर मुर्गी चोरो को पकडने की सुचना की . वहि इस तरह के मामले उनके समक्ष आने से मंत्रीजी भी खुद हैरान हो गए . वहि उपस्थित पत्रकारो को जानकारी देते पिडीत दत्तात्रय गुजर ने बताया की 2014 और 2015 मे भी उनके फार्म से मुर्गीया चोरी हुयी थी तब भी पुलिस ने दोषीयो को नहि धरदबोचा अब कडकनाथ , बोयलर , काकरेल जैसी जातीयो के 20 पक्षी फार्म कि फेनसिंग काटकर चुराए गए है और पुलिस मामला तक दर्ज नहि कर रहि है . आखिरकार न्याय मांगने के लिए मुझे मंत्रीजी के यहा आना पडा है . अब आशा करता हु कि पुलिस इस मामले मे मेरी शिकायत दर्ज कर छानबीन करेगी .
सुबे कि राजनिती मे किसी समय मुर्गीचोरो के राजनेता बनने के किस्से राजनितीक दलो के प्रचार रैलियो के मंचो से मतदाताओ के मनोरंजन का विषय बने तो वहि मिडीया ने भी इन मामलो को अपनी टीआरपी के लिए खुब उछाला था . लेकिन जिनकि मुर्गीया चोरी हुयी वह न्याय से शायद वंचित हि रहे अब उक्त मामले मे भी क्या इतिहास खुद को दोहराता है या फीर मुर्गीचोर पकडे जाते है इस बात का जवाब आने वाला समय हि देगा .