जामनेर (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):सिस्टम कि मार झेल रहे कयी किस्से जिन्हे समाज आए दिन माध्यमो के जरीये पढता और सुनता है और उनमे से आज शायद कयी कहानीया भी बन चुकि होगी . यह कोई नयी बात नहि रहि है . लेकिन वही इस सिस्टम कि त्रासदी झेल रहे तत्व लोकतंत्र मे अपना अलग स्थान भी रखते है जिससे वह उस संयम का आदर्श कहलाते जिसकि समाज को जरुरत भी है . कुछ इसी तरह का मामला उस जामनेर से सामने आया है जहा से सुबे कि सरकार मे मंत्री गिरीश महाजन जैसे नेता जनता कि कयादत कर रहे है .
रुपेश बिर्हाडे नामक स्नानकोत्तर छात्र जो जलगांव के नामचीन कालेज एम जे से पढायी कर रहा है उसने साल 2016-17 मे सामाजिक वनीकरण विभाग द्वारा आयोजित जिलास्तरीय निबंध स्पर्धा मे पहला स्थान अर्जीत किया उसे प्रमाणपत्र भी सौंपा गया यहि नहि 26 जनवरी 2018 को राज्यमंत्री अर्जून खोतकर के हाथो सम्मानीत भी किया गया लेकिन अब तक रुपेश को पुरस्कार कि वह रकम हि नहि मिल पा सकि है जो प्रशासन ने उसे कब कि प्रदान कर देनी चाहिए थी . 21 जून 2018 को रुपेश ने संबंधित विभाग को पुरस्कार कि राशी के लिए पत्र भी लिखा लेकिन हासिल कुछ भी नहि हुआ . ” पर्यावरण और वृक्षसंगोपन ” इस निबंध विषय मे टोपर इस प्रतिभाशाली छात्र को कयी सरकारी दफ्तरो के चक्कर कांटने के बाद प्रशासनीक अनास्था के कारण मानसिक रूप से प्रताडना को झेलना पड रहा है . संवाददाता से बातचीत मे रुपेश ने उन सभी पत्राचारो को दिखाया जो उसने प्रशासन से किए है . और यहि उम्मीद व्यक्त की कि उसे पुरस्कार कि वह रकम जल्दी मिल जाए ताकि उसका मानसिक धैर्य बना रह सके और वह अपनी प्रतिभा को अधिक निखार सके .