चेतक व ऑरेंज फेस्टिवल आयोजन जैसे ऐतिहासिक कार्यों से विश्व भर के पर्यटकों को किया राज्य की ओर आकर्षित
धुलिया(वाहिद काकर):देश-विदेश में महाराष्ट्र पर्यटन विकास के लिए प्रयासरत रहने के साथ ही नंदूरबार के धड़गांव जैसे पहाड़ी क्षेत्र के आदिवासी बच्चों की भोजन की चिंता करने वाले क्षेत्र को भविष्य में राज्य का ही नहीं, देश का विकसित एवं प्रभावशाली क्षेत्र बनाने की सोच लेकर चल रहे राज्य के पर्यटन तथा रोहयो मंत्री ना. जयकुमार रावल को आज पूरा देश अनेकानेक फेस्टिवल आयोजन कराने वाले “फेवरेट’ मंत्री के रूप में पहचानने लगा है।
मंत्री ना. जयकुमार रावल के नेतृत्व में पिछले चार वर्षों में राज्य में पहली बार ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए खेती, रोजगार, सिंचाई, वृक्षारोपण क्षेत्र में सराहनीय कार्य किए गए। वहीं, समृद्ध महाराष्ट्र जनकल्याण योजनाओं के माध्यम से 11 सूत्री कार्यक्रम के तहत राज्य में चार वर्षों में एक लाख 30 हजार 898 कुएं बनाए गए जिससे ढाई लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र सिंचाई भूमि में बदल चुका है।
मंत्री ना. जयकुमार रावल के नेतृत्व में विकास कामों को मंजूरी देने में 2014 के मुकाबले 3 गुना बढ़ोतरी हुई। मागेल त्याला शेततळे योजना के तहत पानी का स्तर बढ़ाने में सहायता हुई है जिससे पानी संकलन क्षमता बढ़कर कुएं, बोअर आदि स्राेतों मे पानी का स्तर बढ़ गया जिसके चलते राष्ट्रीय स्तर पर मागेल त्याला शेततळे योजना का गौरव किया गया।
मंत्री ना. जयकुमार रावल के नेतृत्व में निजी लाभ की योजनाओं में बढ़ोतरी होकर 2014 के मुकाबले 1 लाख 82 हजार परिवारों को अधिक लाभ मिला है। वहीं, खेत-खलिहान में रास्ते बनाने के लिए पिछले चार वर्षों में 100 करोड़ रुपए खर्च कर 23 हजार 897 खेत रास्तों का निर्माण रोजगार हमी योजना के माध्यम से किया गया।
मंत्री ना. जयकुमार रावल के नेतृत्व में चलाई गईं जलयुक्त शिवार व मागेल त्याला शेततळे योजनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करते हुए राज्य को चार पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। यही नहीं, अकाल से सामना करने के लिए नरेगा के तहत ब्लू प्रिंट को मान्यता राज्य सरकार ने मंत्री जयकुमार रावल की सिफारिश से दी है जिसके तहत राज्य में 15 अगस्त से 30 नवंबर के बीच नरेगा के लेबर बजट एवं सालाना कृति प्रारूप तैयार किया जाएगा। इसके तहत कुल 260 काम किए जाएंगे जिससे स्थानीय अकुशल मजदूरों को काम मिलेगा।
मंत्री ना. जयकुमार रावल के नेतृत्व में पर्यटन वृद्धि के लिए अनेक उपक्रम चलाए जा रहे हैं। इसी के साथ मंत्री जयकुमार रावल राज्य के पुरातन गढ़ों, किलों को भी नया जीवनदान देने की योजना बना रहे हैं। साथ ही राज्य में टूरिज्म इकोनॉमी का सपना देखने वाले मंत्री जयकुमार रावल पालकमंत्री के रूप में नंदूरबार जैसे आदिवासी जिले की समस्याएं सुलझाने के लिए भी प्रयासरत हैं जिससे उनकी दूरदृष्टि दिखाई देती है।
रावल संस्थान, सरकार साहेब रावल की समृद्ध सामाजिक जीवन विरासत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा, मा. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समर्थ साथ से मंत्री जयकुमार भाऊ का लोकहित में राजनीतिक यात्रा यूं ही अविरत शुरू रहेगी, ऐसा जन-जन को विश्वास है….