भिलाई ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – पंडवानी गायिका पदम् भूषण तीजन बाई 22 सितंबर को जापान जाएंगी. तीजन बाई को जापान सरकार सबसे बड़ा सम्मान देने वाली है. जिसे लेकर तीजन बाई और उनका परिवार काफी उत्साहित है. तीजन बाई जापान में चार दिनों के कार्यक्रम में अपने टीम के साथ पंडवानी की प्रस्तुति देंगी.
गौरतलब है हाल ही में तीजन बाई को हार्ट अटैक के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था. तीजन बाई के सेहत में सुधार होने के बाद डिस्चार्ज होते ही तीजन बाई ने बाहर खड़े प्रशंसकों का अभिवादन किया. इसके साथ ही देश-विदेश से उनके स्वास्थ्य लाभ के लिए दुआ करने वाले लोगों के प्रति भी उन्होंने आभार व्यक्त किया.
इस दौरान उन्होंने का कहा था कि पंडवानी उनकी सांसे है और दिल छत्तीसगढ़ में बसता है. जिंदगी के आखिरी सांस तक छत्तीसगढ़ की पावन संस्कृति को जिंदा रखने का प्रयास करती रहेंगी. लोगों के प्यार और आशीर्वाद उन्हें आग बढ़ा रहा है.
दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक के गनियारी गांव में जन्मी तीजनबाई छत्तीसगढ़ राज्य के पंडवानी लोक गीत नाट्य शैली की पहली महिला कलाकार हैं. उनके पिता का नाम हुनुकलाल परधी और माता का नाम सुखवती था. तीजनबाई ने न सिर्फ छत्तीसगढ़ सहित भारत में बल्कि देश विदेश में अपनी कला का प्रदर्शन कर वाहवाही लूटी है. तीजनबाई की कला साधना को देखते हुए बिलासपुर विश्वविद्यालय द्वारा डी लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है.