इंदौर (तेज समाचार डेस्क). कोरोना संक्रमण को रोकने इस देश में लॉकडाउन चल रहा है. हालांकि यह लॉकडाउन का दूसरा दौर है, लेकिन अभी भी कई लोग ऐसे हैं, जिन्हें अभी तक कोरोना संक्रमण की और लॉकडाउन की गंभीरता का एहसास नहीं है. ऐसे कई लोग जो बेवजह घर से तफरी करने के लिए निकल रहे हैं, इन लोगों को पुलिस सबक सिखा रही है. लॉकडाउन में बिना काम बाहर घूमने वालों को जो सजा इंदौर पुलिस दे रही है, वह सोशल मीडिया में भी वायरल हो रही है. शनिवार सुबह भी पुलिस ने द्वारकापुरी क्षेत्र में ऐसे लोगों को पकड़ा और जमकर खबर ली. बिना डंडा मारे ही पुलिस ने उनकी हालत ऐसी कर दी कि वे हाथ जोड़कर रोने लगे. बार-बार एक ही बात कहते रहे फिर कभी ऐसी गलती नहीं होगी. आज जाने दो. पुलिस ने सुबह से जो भी बेवजह घूमता मिला, उससे उठक-बैठक लगवाकर उछलते हुए एक नियत स्थान तक चलवाया.
– रोते हुए लगाई गुहार, आखरी बार माफ कर दो
सराफा टीआई अमृता सोलंकी द्वारा दो भाई और दोस्तों की आपस में ही पिटाई करवाने का वीडियो वायरल हो चुका है. यह वीडियो अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर 5 लाख बार देखा गया है और दो हजार से ज्यादा बार तो फेसबुक पर शेयर हुआ है. टीआई ने पिछले दिनों भ्रमण के दौरान कुछ युवकों को इलाके में पकड़ा था, जो सड़क पर झुंड बनाकर खड़े थे. टीआई दो-तीन दिन से लगातार उन्हें घरों में रहने की अपील कर रही थीं, लेकिन वे नहीं माने. इधर, द्वारकापुरी और एरोड्रम पुलिस सड़कों पर बिना काम घूमते लोगों को पकड़ती है. फिर उनसे मेंढक चाल चलवाती है.
– पुलिस कर्मचारियों-अधिकारियों को भी आराम
कोरोना से निपटने के लिए पुलिस अधिकारी और जवान भी लगातार ड्यूटी कर रहे हैं. ऐसे में आईजी विवेक शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि रोज एएसपी रैंक के एक, डीएसपी रैंक के दो अधिकारी, पूर्व व पश्चिम जोन से दो-दो थाना प्रभारी और प्रत्येक थाने से चार-चार अधिकारियों/कर्मचारियों को एक दिन का आराम दिया जाएगा. पुलिस लाइन से 350 से अधिक जवानों का बल शहर के सभी थानों को उपलब्ध कराया है.