जामनेर( तेज समाचार प्रतिनिधि ):21 अगस्त के बाद केरल मे तबाहि मचा चूकि सदी कि भीषण मानसून बाढ कि विभिषिका को मानवीय दृष्टिकोण से आज भी महसुस किया जा रहा है . इस त्रासदी से पिडीत लोगो को उस दुख से उबारने के लिए समुचे भारत समेत वैश्विक परीवार से हरसंभव मदत मुहैय्या कराने कि कोशिशे लगातार जारी है . इसी क्रम मे महाराष्ट्र सरकार ने बाढ पिडीतो के लिए 20 करोड रुपयो कि फ़ौरी राहत कि घोषणा करने के पश्चात वहा व्यक्तीगत रुप से श्रमसेवा के लिए चौबीसो घंटे तत्पर रहे सुबे के जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन के मेडीकल रीलीफ़ स्किम का ग्रीनवे कि पार्लमेंट मे गौरव किया गया है .
सोशल मिडीया पर शेयर किए जा रहे विडीयो कि समीक्षा के मुताबीक ग्रीनवे NSW कि सदस्या मिशेल रौलेंट स्पीकर को अपने अंग्रेजी स्पीच मे सदन को केरल आपदा से जुडी जानकारी दे रहि है ( जिसके हिंदी अनुवाद नुसार कथन यह है कि ) केरल मे मानसूनी बारीश कि त्रासदी से 14 जिले बुरी तरह से प्रभावीत हुए है , एक बिलियन लोग बाढ कि चपेट मे है , 400 लोग मारे जा चुके है . बाढ पीडीतो के लिए वहा कि सरकारो द्वारा 4000 राहत शिबीर लगाए गए है . मदत कार्य मे 1 हजार हेलिकाप्टर तैनात है . बाढ से केरल का 3 मिलीयन डालर तक आर्थिक नुकसान हुआ है . विभिन्न धर्मो से जुडे मानवी समुदायो के निवास के चलते केरल दुनीया का दिल है साथ हि वैश्विक पर्यटन का मुख्य केंद्र भी है जहा कयी किले , पहाडीया , टिले , जंगल , प्रकृतिक सौंदर्य से लबालब स्थान है जो इस भीषण बाढ मे आयी लैन्ड़ स्लाइडस , भुकंप जैसी विपदाओ के कारण क्षतीग्रस्त हुआ है . फसले बर्बाद हो चुकि है . स्थानीय सरकारे और गैर सरकारी NGO पुनर्वास काम ले लगे है ऐसे मे इंडीयन एक्सप्रेस मे प्रकाशीत खबर के मुताबीक महाराष्ट्र के सिंचायी तथा वैद्यकिय शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन वहा अपनी मेडीकल टीम के साथ लगातार 20 – 20 घंटो तक पिडीतो कि सेवा मे तत्पर है . जो संक्रामक बिमारीयो के फैलाव से बाढ पिडीतो को बचने के लिए अहम है .
वैश्विक समुदाय का हिस्सा होने के नाते मानवीय दृष्टिकोण से हम केरल कि स्थिती पर नजर बनाए हुए है वहि इस विभिषिका से पिडीतो के प्रती हम संवेदनशील है ! विदीत हो कि 1995 से अब तक स्वास्थसेवा के लिए पुरे राज्य मे परीचित मंत्री महाजन को उनके स्वास्थसेवा के लिए कयी सम्मानो से नवाजा गया है लेकिन शायद पहली बार होगा कि वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बनी केरल त्रासदी कि विभिषिका मे महाजन द्वारा पिडीतो के लिए दि गयी स्वास्थसेवा का विदेश कि किसी संसद मे गौरव किया गया हो .