पुणे (तेज समाचार डेस्क). समाज में व्याप्त अंधविश्वास, अनिष्ट परंपराओं के खिलाफ़ वारकरी संप्रदाय के लोग शताब्दियों से जनजागरण का काम करते आ रहे हैं. अपने इसी काम को आगे बढ़ाते हुए वारकरी अब जिले में खुले में शौचमुक्ति समेत स्वच्छता विषय पर जनजागृति करेंगे. इसके लिए जिला परिषद प्रशासन की ओर से वारकरी संप्रदाय के प्रवचनकार तथा कीर्तनकारों के साथ एक बैठक की गई.
जिला परिषद की ओर से आयोजित इस बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नृसिंह मित्रगोत्री, प्रभारी उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर भागवत, हरिभक्त परायण अशोक महाराज काले, महाराष्ट्र वारकरी साहित्य परिषद के विश्वस्त गगनराज पाटिल, हरिभक्त परायण उमेश महाराज शिंदे, तांबे महाराज आदि उपस्थित थे. बैठक में प्रशासन की ओर से सभी वारकरी सम्प्रदाय के कीर्तनकारों-प्रवचनकारों को जिले में खुले में शौचमुक्ति जनजागरण करने का अनुरोध किया गया. इस अनुरोध को बैठक में उपस्थित वारकरी सम्प्रदाय के लोगों ने स्वीकार कर लिया. बैठक में तय हुए कार्यक्रम के अनुसार जिले के 1 हजार 842 गांवों में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी से जनजागृति अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में कौन से कीर्तनकार, प्रवचनकार जनजागृति का काम करेंगे, इसका चयन वारकरी साहित्य परिषद के माध्यम से किया जाएगा. बैठक में अशोक काले महाराज ने कहा कि, समाज में परिवर्तन केवल कानून बनाकर नहीं होते. बल्कि इसके लिए लोगों की जनजागृति कर उनकी मानसिकता को बदलना जरुरी होता है. वारकरी संप्रदाय के लोग अब लोगों के दिमाग में बसी गंदगी के साथ-साथ गांव की गंदगी को भी साफ करने का प्रयास करेंगे.
अपने इस नए अभियान में वारकरी खुले में शौचमुक्ति समेत गांव की स्वच्छता, गंदे पानी का प्रबंधन, गीले एवं सूखे कचरे का निर्मूलन, प्लास्टिक बंदी, पानी की गुणवत्ता बढ़ाने जैसे विषयों पर विस्तार से मार्गदर्शन करेंगे. यह जानकारी जिला परिषद प्रशासन की ओर से दी गई है.

