पिंपरी (तेज समाचार डेस्क)। पिंपरी चिंचवड़ की उद्योगनगरी में मंगलवार को दिनदहाड़े एक ऑफिस में गन की नोंक पर एक युवती को अगवा कर लिया गया। चिंचवड़ के लोकमान्य हॉस्पिटल के पीछे और फरांदे डेंटल क्लिनिक के पास हुई इस वारदात में पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर युवती को उसके घरवालों के सुपुर्द किया औऱ युवक को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को इस मामले में नया मोड़ आ गया है। युवती ने खुद अदालत में आकर उसके अपहरण की शिकायत झूठी है और वह खुद अपनी मर्जी से उसके साथ गई थी, ऐसा एफिडेविट दिया है।
चिंचवड़ पुलिस ने इस मामले में शंतनु चिंचवडे निवासी पडवल आली, चिंचवडग़ांव, पुणे नामक युवक को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ 23 वर्षीय युवती के पिता ने शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि शंतनु और युवती की बीते चार साल से दोस्ती थी। हालांकि युवती गत कुछ दिनों से उसे टाल रही थी, उससे बातचीत नहीं कर रही थी। इसी से नाराज होकर शंतनु मंगलवार सुबह 11 बजे के करीब जब युवती अपने ऑफिस गई तब वह भी उसके पीछे पीछे उसके ऑफिस पहुंच गया। ऑफिस पहुंचकर उसे गन दिखाया और युवती को ऑफिस से बाहर लाकर उसे अपनी दोपहिया चलाने के लिए कहा और खुद गन लगाकर उसके पीछे बैठ गया।
स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। खबर मिलते ही चिंचवड़ पुलिस और क्राइम ब्रांच के विभिन्न दस्तों के साथ पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज हासिल कर शंतनु और युवती की खोजबीन शुरू कर दी। चंद घंटों में पुलिस ने उन्हें तलेगांव से हिरासत में ले लिया। आज शंतनु को फिर अदालत में पेश किया गया। इस पूरे मामले को तब नया मोड़ मिल गया जब अपहृत युवती ने खुद अदालत में हाजिर होकर एक एफिडेविट दिया। इसमें उसने अपने पिता द्वारा दर्ज कराई गई अपहरण की शिकायत को झूठी बताया। उसने कहा कि वह शंतनु से प्यार करती है और उसके घरवाले उनकी शादी के खिलाफ है। उन्होंने उस पर कई सारी पाबंदियां लगा दी और शंतनु से मिलने पर रोक लगा दी।
युवती ने एफिडेविट में कहा कि उसने शंतनु को उसे आफिस आकर उसे ले जाने को कहा था और वह खुद उसके साथ गई थी। अगर उसका अपहरण हुआ होता तो वह इतने सारे सिग्नल और चौक से खुद दोपहिया चलाते हुए गुजरी वह कहीं भी लोगों को अपनी मदद के लिए चिल्ला पुकार कर सकती थी। उसके पिता ने अपहरण की गलत शिकायत दर्ज कराई है। इस एफिडेविट की जानकारी एड आतिश लांडगे ने दी। यहां शंतनु ने पुलिस को बताया कि उसके पास कोई गन नहीं थी बल्कि वह सिगरेट सुलगानेवाला गननुमा लाइटर था। बहरहाल अपहरण का पूरा ड्रामा सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। अब जबकि अपह्रत युवती ने खुद अपने अपहरण की बात से इंकार कर दिया है तब अदालत की भूमिका की ओर निगाहें गड़ गई हैं।