मुंबई (तेज समाचार डेस्क). मंगलवार को महाराष्ट्र में कांग्रेस को दो एक बाद एक झटके मिले है. रंगीला गर्ल उर्मिला मातोंडकर द्वारा कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. कृपाशंकर सिंह मुंबई में उत्तर भारतीय संघ के बड़े चेहरे के रूप में जाने जाते हैं. सिंह के लिए कहा जाता है कि वे इंदिरा गांधी के कहने पर सक्रिय राजनीति में आये थे.
– फडणवीस और उद्धव गए थे घर पर
कुछ दिन पहले कृपाशंकर सिंह के घर गणपति दर्शन करने के बहाने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पहुंचे थे. तभी से उनके पार्टी छोड़ने की अटकलें लगाईं जा रही थी.
– गृहमंत्री रह चुके है सिंह
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले कृपाशंकर सिंह 2004 की कांग्रेस सरकार में गृह राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. कृपाशंकर सिंह एक बेहद ही साधारण परिवार से निकल कर महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा नाम बने. रोजी रोटी के लिए उन्होंने दवा कंपनी में भी काम किया और परिवार चलाने के लिए आलू-प्याज भी बेचा.
– उत्तर भारतीयों में लोकप्रिय
उनके नजदीकी लोग बताते हैं कि एक जमाने में कृपाशंकर सिंह के पास अपने बच्चे के लिए दूध तक के पैसे नहीं होते थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कभी किसी को दिक्कतों का अहसास नहीं होने दिया. अपनी दिक्कतों में भी वो दूसरों की मदद करते रहे और पूर्वांचल की बोली के चलते वे थोड़े ही दिन में वह आम उत्तर भारतीयों में बेहद लोकप्रिय हो गए.
– इंदिरा गांधी से मिली सक्रिय राजनीति में आने की प्रेरणा
कृपाशंकर सिंह को राजनीतिक कौशल अपने परिवार से मिला. उनके पिता जौनपुर में एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे. मुंबई आने के बाद कृपाशंकर सिंह ने झुग्गी की समस्याओं के लिए आवाज उठाई और स्थानीय स्तर पर काम करने लगे. कुछ साल बाद कृपाशंकर सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी से एक कार्यक्रम के दौरान मुलाकात की और उनके कहने पर सक्रिय राजनीति में शामिल हुए.
– अच्छी मराठी बोलते हैं कृपाशंकर सिंह
कृपाशंकर ने मराठी संस्कृति को अपना लिया है. वो फर्राटे से मराठी बोलते हैं और उनका मानना है कि जो कोई भी मुंबई आता है उसे मराठी तौर तरीके अपनाने चाहिए तभी सभी लोग समरसता से रह सकेंगे. अच्छी मराठी बोलने के कारण कृपाशंकर मराठी भाषियों में भी बेहद लोकप्रिय हैं.