नई दिल्ली ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर का 95 साल की उम्र में बुधवार को निधन हो गया. कुलदीप नैयर तीन दिनों से दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे. बुधवार की रात साढ़े बारह बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. गुरुवार को लोधी रोड स्थित विश्राम घाट में उनका अंतिम संस्कार होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नैयर के निधन पर शोक जताया.
सियालकोट में पैदा हुए व लाहोर में पढ़े कुलदीप नैयर साहब वकील बनना चाहते थे, लेकिन वे अपनी वकालत जमा पाते, उससे पहले ही देश का बंटवारा हो गया. उनका परिवार सियालकोट छोड़कर भारत आ गया. वह जामा मस्जिद इलाके में रोजाना समय बिताया करते थे. यहां उन्होंने पत्रकारिता को अन्जाम उर्दू अखबार के माध्यम से आजीविका प्रारंभ की .. उन्होंने स्टेट्स-मैन, इंडियन एक्सप्रेस समेत कई अखबारों में अपनी सेवाएं दीं.. वे ब्रिटेन में भारत के राजदूत भी रहे.. बतौर राज्य सभा सदस्य भी अपनी भूमिका निभाई.. लेकिन, पत्रकारिता के क्षेत्र में उन्होंने अविस्मरणीय कार्य किए. इसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले हैं..
कुलदीप नैयर 1996 में संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी रहे. 1990 में उन्हें ब्रिटेन में उच्चायुक्त नियुक्त किया गया था. 1997 में उन्हें राज्यसभा के लिए भी मनोनीत किया गया था. कुलदीप का जन्म पाकिस्तान के सियालकोट में 14 अगस्त 1923 को हुआ था.
कुलदीप नैयर ने 15 किताबें लिखीं: बियॉन्ड द लाइंस, डिस्टेंट नेबर्स: ए टेल ऑफ सबकॉन्टिनेंट और इंडिया आफ्टर नेहरू एंड अदर्स समेत 15 किताबें लिखी थीं. उन्होंने देश-विदेश के मशहूर अखबारों के लिए संपादकीय और लेख भी लिखे. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत उर्दू अखबार से की थी.