अजमेर (तेज समाचार डेस्क). हमारे नेता सत्ता और वोट के लिए जो करे, सो कम है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गोत्र को लेकर देश की जनता से पूछा जाए, तो देश की जनता ही नहीं, बल्कि राहुल गांधी के साथ साए की तरह साथ रहनेवाले लोग भी शायद न बता पाए. लेकिन अब राहुल गांधी ने खुद ही इस बात का खुलासा कर दिया है. यह खुलासा उन्होंने अजमेर के ब्रह्मा मंदिर में पूजा के दौरान किया. राहुल ने गोत्र के नाम से पूजा की. उन्होंने कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र का नाम लिया. संभवतः यह पहली बार होगा कि सार्वजनिक तौर पर पूजा के कार्यक्रम में उन्होंने इसका नाम लिया. राहुल पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में पूजा करने पहुंचे थे. उन्होंने मंदिर में पूजा अर्चना की.
– मंदिर के पुजारियों ने करवाई पूजा
राजस्थान के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष पुष्कर के प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर में विधि-विधान से पूजा अर्चना की. यहां पूजा करने से पहले राहुल गांधी ने अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ा कर जियारत की. इस अवसर पर गांधी के साथ राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौजूद रहे. दरगाह शरीफ में गांधी परिवार के खादिमों ने राहुल गांधी को परंपरागत तरीके से जियारत करवाई.
– संबित पात्रा ने पूछा था राहुल का गोत्र
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल के गोत्र को लेकर सवाल किया था. गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान रणदीप सुरजेवाला ने बताया था कि राहुल गांधी जनेऊधारी ब्राह्मण हैं. तब भाजपा ने राहुल के मंदिर दर्शन पर तल्ख टिप्पणियां की थी.