पुणे (तेज समाचार डेस्क). मोबाइल की जरूरत कब ‘व्यसन’ में तब्दील हुयी यह हमारे ध्यान में ही नहीं आया. युवा, बुजुर्ग ही नहीं, बच्चे भी इस व्यसन का शिकार बनने लगे हैं. मोबाइल के दुष्परिणामों की एक ऐसी ही घटना भोसरी में सामने आयी है. यहां एक परिवार ने अपनी साढ़े चार साल की बच्ची से मोबाइल वापस लिया तो नाराज बच्ची ने घर ही छोड़ दिया.
बच्ची अचानक गायब होने से मां-बाप के होश ही उड़ गए. उन्हें बच्ची के अपहरण की आशंका हुयी और उन्होंने भोसरी पुलिस की मदद ली. पुलिस की मदद से उन्होंने परिसर का चप्पा-चप्पा छान मारा. आखिर , सात घंटों की तलाश के बाद बच्ची घर से डेढ़ किलोमीटर दूर रोड के पास थककर सोती हुयी मिली. सकुशल बच्ची को वापस पाकर मां-बाप ने भरी आंखों से आकाश की ओर हाथ जोड़े तो पुलिस ने भी राहत
की सांस ली.
प्राप्त जानकारी की अनुसार भोसरी निवासी मोहम्मद हैदर खान (उम्र 38 वर्ष, मूल उत्तर प्रदेश निवासी) की बेटी आलिया दोपहर तीन बजे के करीब खेलते-खेलते अचानक घर से गायब हो गई. मां घर में ही थी, लेकिन हमेशा की तरह बच्ची परिसर में ही खेल रही होगी, इसलिए उसने ज्यादा ध्यान नहीं दिया. बहुत देर तक आलिया लौटी नहीं तो मां ने घर से बाहर आकर देखा, लेकिन आलिया कहीं नजर नहीं आयी. तब उसने तलाश शुरू कर दी. आलिया खान परिवार की इकलौती बेटी थी. उसकी तलाश हेतु मां-बाप ने भगत बस्ती का चप्पा-चप्पा छान मारा, लेकिन आलिया नहीं मिली. अब मां-बाप के होश ही उड़ गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए भोसरी पुलिस के 40 अधिकारियोंकर्मचारियों ने आलिया को ढूंढने हेतु तलाशी अभियान शुरू कर दिया. पुलिस ने रोड पर प्रत्येक सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया. तब एक सीसीटीवी फुटेज में आलिया चलती हयी नजर आयी. वो भगतबस्ती से नजदीक एमआईडीसी परिसर में गई होगी, यह अनुमान लगाते हुये 40 पुलिसकर्मियों की टीक वहां जाकर चारों ओर ढूंढने लगी. आखिर उन्हें एक रोड के पास सोती हुयी एक बच्ची मिली. घर से बाहर निकलने और डेढ़ किलोमीटर चलने के बाद वो थक गई. और रोड के पास ही सो गई. पुलिस ने अपहरण सहित सारी संभावनाओं के – मद्देनजर आलिया को ढूंढ़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी और उन्हें इसमें सफलता भी मिली. पुलिस सब इंस्पेक्टर सोपान देशमुख, प्रमोद कठोरे, सुधीर पाटिल, सुमित टिलेकर और गणेश हिंगे की टीम ने यह सफलता हासिल की.आलिया को ढूंढते-ढूंढ़ते 7 घंटे बीत चुके थे और मां के सब्र टूटता जा रहा था. आखिर रात 10.30 बजे के करीब आलिया पुलिस को मिली. उसे देखते ही मां की आंसुओं का बांध टूट गया. पिता के चेहरे पर खुशी दिखायी दे रही थी. इकलौति बेटी ही उनका सब कुछ था. उसे वापस पाकर जैसे उन्हें उनका जहां मिल गया. उन्होंने पुलिस को धन्यवाद दिये और अल्लाह का लाख-लाख शुक्रिया अदा किया. यह परिवार काम की तलाश में यूपी से यहां आया है और पिता मजदूरी का काम करते हैं.