महाराष्ट्र बना सबसे महंगी बिजली बेचने वाला राज्य : कांग्रेस के रैलीयो से आम आदमी ने किया किनारा
जामनेर ( नरेंद्र इंगले): प्रदेश कांग्रेस की ओर से जारी आदेश के पालन हेतु आज जामनेर इकाई की ओर से ब्लाक प्रमुख शरद पाटील के नेतृत्व मे महंगाई के खिलाफ सायकल रैली निकाली गई . पलासखेड़ा से जामनेर 2 किमी तक आयोजित इस रैली मे महिला प्रदेश अध्यक्ष डॉ ऐश्वरी राठोड़ , मूलचंद नाईक , रफीक मौलाना , सुनील घुगे , पंकज पाटील , नाना पाटील , हरीश पाटील , अंबरीश गरुड़ , मूसा पिंजारी , अजय निकम , इकबाल पटेल समेत कार्यकर्ताओ ने शिरकत की . जामनेर पहुचे सायकल सवारो ने पेट्रोल पंप के पास आकर पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतो को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की .
चमको नेता गायब – ब्लाक प्रमुख पाटील की अगवाई वाली इस रैली मे जहाँ कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओ ने हिस्सा लिया वही हमेशा पार्टी के हर छोटे बड़े किसी भी इवेंट मे केवल फोटोसेशन करवाने वाले कैमरा पसंद नेताओ ने इस रैली से किनारा कर दिया . बीते कुछ सालो से शरद पाटील ने बतौर ब्लाक प्रमुख के रूप मे संगठन को मजबूत करने का हरसंभव प्रयास जारी रखा है .
सबसे महंगी बिजली बेचने वाला राज्य बना महाराष्ट्र – देश के 29 राज्यो मे सबसे महंगी बिजली बेचने वाले राज्यो मे आज महाराष्ट्र अव्वल दर्जे का सूबा बन चुका है . नवंबर 2019 मे सत्ता मे आई उद्धव ठाकरे सरकार मे ऊर्जा मंत्रालय कांग्रेस के पास है . बिजली की दरो मे प्रति यूनिट 22 फीसदी तक कि बढ़ोतरी की गई है . आज सूबे मे वितरण की बात करे तो विभिन्न श्रेणियो मे 8 से 15 रुपए प्रति यूनिट से अधिक के रेट पर बिजली की आपूर्ती की जा रही है . तालाबंदी मे मनमाने बिजली बिलो की सख्ती से वसूली भी की जा चुकी है . लंबित बिलो पर 15 फीसदी तक का ब्याज वसूला गया है जो अब भी जारी है . बिजली बिलो को लेकर सरकार की लूट की नीति से परेशान जनता ने पंढरपुर विधानसभा उपचुनाव मे महाविकास आघाडी सरकार को झटका देते हुए भाजपा के प्रत्याशी को जिताया था जिसकी याद ताजा है . महंगाई जैसी राष्ट्रीय आपदा के लिए मोदी सरकार की आलोचना करने वाली और ठाकरे सरकार मे ऊर्जा मंत्रालय संभाल रही कांग्रेस की नीति दोगलेपन की शिकार है . शायद इस लिए कांग्रेस की ओर से जारी आंदोलनो से दूरी बना चुका आम आदमी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है .