जामनेर ( नरेंद्र इंगले- तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – महिलाए परीवार का अभिन्न अंग है, जिनपर अपने पूरे फ़ैमीली कि जिम्मेवारी होती है. रोज कि व्यस्त दिनचर्या मे महिलाओ को अपने स्वास्थ के प्रति काफ़ी जागरुक रहना जरुरी है . उक्त प्रतिपादन प्रसिद्ध महिला स्वास्थ चिकित्सक तथा परामर्शदाता डा श्रीमती सोनल इंगले ने किया . जामनेर शहर की सबसे पुरानी लाईब्रेरी के नाम से परीचित जैन ओसवाल भागिरथी देवी वाचनालय के शताब्दी महोत्सव समारोह मे आयोजित व्याख्यानमाला मे डा. सोनल ने अपने विचार रखे .
उन्होने कहा कि बीमारीयो से लडने कि क्षमता के मामले मे महिलाओ का शरीर पुरुषो कि तुलना मे जरा कमजोर होता है. ऐसे मे जच्चा बच्चा परीवार कि जिम्मेदारीयो के चलते महिलाए अपने स्वास्थ कि ओर जाने -अनजाने में अनदेखी करती है. जिसके कारण स्वास्थ संबंधी कयी समस्याए पैदा हो जाती है. आधुनीक जिवनशैली कि दिनचर्या मे सेहदमंद खानपान , रुटीन चेकअप , योगा या चहलकदमी जैसे शारीरीक व्यायाम करना महिलाओ के लिए जरुरी है .
व्याख्यान के दौरान डा सोनल ने उपस्थित महिलाओ द्वारा पुछे गए स्वास्थ संबंधी सवालो के जवाब भी दिए . कार्यक्रम कि अध्यक्षता श्रीमती वंदना धारीवाल ने की. मंच पर वाचनालय के अध्यक्ष जगन लोखंडे के साथ डा श्रीमती स्नेहांकिता लोखंडे मौजुद रहे . प्रस्तावना श्रीमती अंजना महाजन तो सुत्र संचालन प्रो श्रीमती मंदा पाटील ने किया.