अकोला(तेज़ समाचार प्रतिनिधि ): शहर में इस समय मनचले बेखौफ नजर आ रहे है। स्कूल,विद्यालयों एवं ट्यूशन क्लास परिसर में यह अधिक सक्रिय है। शैक्षनिक परिसर में यह घन्टों बैठे देखे जा सकते है,तथा कॉलेज छूटने का इंतजार करते है၊ महाविद्यालय छूटते ही एक दुपहिया पर तिन-तिन के रूप में छत्राओं का पीछा करते हुए आसानी से देखे जा सकते है। छात्राएं इन मंचलों से काफी परेशान होती है किंतु बदनामी के डर से शिकायत दर्ज नहीं कराती।
सूत्रों की माने तो इन मंचलों के सिर पर कुछ सफेद कॉलर वाले राजनेताओं का हाथ है जिसकी वजह से यह बेखौफ है तो दूसरी ओर दामिनी पथक की निष्क्रियता है जो इनकी बेखौफी की मुख्य जड़ है ၊ इन मनचलों पर पथक द्वारा करवाई की भी जाती है तो केवल दिखावे एवं खानापूर्ति हेतु।कई छात्र तो दामिनी पथक कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगा चुके है कहते है कि करवाई के नाम पर केवल जेब भराई की जा रहीं है।मंचलों के आतंक को खत्म करने में शहर का कोई भी अधिकारी उत्तेजित नजर नहीं आ रहा जो छात्राओ के शिक्षा में बाधा पहुंचाने वाले इन मजनूओं पर नकेल कसते हुए इनके आतंक से बचा सके၊
पुलिस की अनदेखी के कारन नागरिक कानून हाथ में लेने पर आमादा है। इसी प्रकार पुराना शहर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले बड़े पुल परिसर में चिडिमारी के संदेह में एक युवक की पिटाई किए जाने की घटना सामने आई है।खिड़की पुरा निवासी शेख अरफ़ात शे आफताब ने पुराना शहर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई की वे बड़े पुल परिसर में खड़े थे इसी समय रेहान शहा ने चिडिमारी के संदेह में फिरयादी को लोहे के पाईप से मार कर जख्मी कर दिया शे अरफ़ात के बयान पर पुराना शहर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भादवी की धारा 324,34 के अनुसार अपराध दर्ज कर जांच आरम्भ की है।