मनमाड(तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):मनमाड़ केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए अतिरिक्त अर्थसंकल्प में देशभर के नए रेलवे प्रकल्प के लिए घोषित किए गए निधि के आंकड़े रेलवे विभाग ने सार्वजनिक किए हैं। इसमें मनमाड- जलगांव, मनमाड़ इगतपुरी, मनमाड- दौंड मार्ग के लिए बड़े पैमाने पर प्रावधान किया गया है, लेकिन मनमाड- इंदौर मार्ग के लिए केवल 20 लाख रुपए का प्रावधान किए जाने से मनमाड शहरवासियों ने नाराजगी व्यक्त की है मनमाड-इंदौर रेलवे मार्ग से दो राज्यों के अनेक गांवों का विकास होगा अतः केंद्र सरकार से इस रेलवे मार्ग का काम तत्काल शुरू करने के लिए पर्याप्त निधि उपलब्ध करने की मांग वकील संघ के अध्यक्ष एड. सुधाकर मोरे, नामको बैंक के संचालक सुभाष नह्यर ने की है।
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उत्तर महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश के अनेक गांवों को जोड़नेवाला और उनका विकास करनेवाला मनमाड इंदौर रेलवे मार्ग विगत अनेक वषों से केंद्र सरकार के पास प्रलंबित है, उसे वर्ष 2016 के अर्थसंकल्प में मंजूरी मिल चुकी है। इसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धुलिया में इस मार्ग का उद्घाटन किया था। अतः इस बहुप्रतीक्षित मार्ग के लिए पर्याप्त निधि उपलब्ध होने की आशा थी। मोदी सरकार ने कुछ दिनों पूर्व अतिरिक्त अर्थसंकल्प प्रस्तुत किए। इसमें मनमाड जलगांव तीसरी लाइन के लिए 90 करोड़, मनमाड- इगतपुरी के लिए 10 करोड़, मनमाड- दौंड के लिए 370 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, लेकिन मनमाड- इंदौर रेलवे प्रकल्प के लिए केवल 20 लाख रुपए मिलने से मनमाड़ परिसर के नागरिक व्यापक रूप से नाराज हुए।
मनमाड- इंदौर रेलवे मार्ग निर्मिति का चं वर्ष 2007 में एक हजार करोड़ था। इस बीच के समय में उसमें वृद्धि हुई। आंकड़ा 4 हजार 983 पर पहुंचने की जानकारी विशेषज्ञ दे रहे हैं।