इंदौर (तेज समाचार डेस्क). स्वच्छता के मामले में विश्व पटल पर तेजी से उभर रहा इंदौर शहर प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर भी पीछे नहीं है. यहां की मेयर मालिनी गौड़ शहर को सुधारने में दिन-रात प्रयासरत रहती है. हाल ही में मेयर की तीखी धमकी के बाद अवैध रूप से शराब की बिक्री करनेवाले एक ठेकेदार की शराब की गुमटी ठेकेदार को हटानी पड़ी.
पार्श्वनाथ नगर, अलंकार पैलेस, देवेन्द्र नगर और आसपास की कॉलोनी के रहवासियों द्वारा पिछले लगभग 15 दिनों से लगातार यहां की शराब दुकान हटाने की मांग की जा रही है. जब महापौर ने इस मामले में स्वयं हस्तक्षेप किया, तो ठेकेदार को यह गुमटी हटानी ही पड़ी. असल में महापौर मालिनी गौड़ ने शराब ठेकेदार को फोन करके हड़काया कि गुमटी शाम तक हट जानी चाहिए. ठेकेदार ने उन्हें जवाब दिया कि कुछ दिन बाद हट जाएगी. इस पर मेयर नाराज हो गईं और उसे कह दिया कि अगर गुमटी नहीं हट रही है तो क्या मैं बुलडोजर लेकर आऊं गुमटी हटाने. इसके बाद ठेकेदार ने मंगलवार को दोपहर में ही अपना सामान और गुमटी हटा ली.
– दुकान हटाने किया जा रहा था आंदोलन
शराब दुकान का विरोध कर रहे रहवासियों ने रविवार को पूर्व आईडीए अध्यक्ष मधु वर्मा और भाजपा के नगर उपाध्यक्ष बबलू शर्मा के आश्वासन पर अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया था और घर लौट गए थे. वर्मा ने उन्हें आश्वस्त किया था कि ठेकेदार यहां पर दुकान नहीं खोलेगा उसे बोल दिया गया है आप निश्चिंत रहें. इसके बाद जैसे ही रहवासी अपना प्रदर्शन खतम कर घर लौटे तो रात को ही ठेकेदार ने एक फ्रीज और बोर्ड के साथ कुछ सामान गुमटी में रखवा दिया.
– राजनीतिक दबाव का भी नहीं हो रहा था असर
इसकी जानकारी लगने पर रात को ही रहवासियों ने एक बार फिर अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया था. रहवासियों प्रदीप उपाध्याय, संदीप शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, मोनू रावत, अमित श्रीवास्तव, जेपी झोनवाल, आशुतोष तिवारी, गोपाल पाराशर, सुधीर पाठक का कहना था कि मंत्री और क्षेत्रीय विधायक जीतू पटवारी और पूर्व आईडीए अध्यक्ष मधु वर्मा के कहने पर भी शराब ठेकेदार के ऊपर कोई असर नहीं पड़ रहा है. ऐसे में हमें ही उसके खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ेगा.
– महापौर ने फोन पर दी बुलडोजर लाने की धमकी
रहवासियों के फिर प्रदर्शन शुरू किए जाने जाने की जानकारी महापौर गौड़ को लगी तो उन्होंने फोन पर शराब ठेकेदार को काफी हड़काया. इसके बाद दोपहर में ही शराब ठेकेदार अपना सामान लेकर वहां से रवाना हो गया. असल में शराब ठेकेदार जिस जगह पर गुमटी लगाकर दुकान खोलना चाहता था वह जगह सिटी फॉरेस्ट की थी. ऐसे में यहां से पहले ही निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करते हुए खंबाती के फार्म हाऊस हटाए थे.
अब इस जगह से गुमटी हटाए जाने के बाद रहवासियों ने राहत की सांस ली है. दोपहर में भी ठेकेदार दुकान हटाने पहुंचा था तो उस दौरान रहवासियों में अनुराग दुबे, नेहा जैन, सीमा जैन, रविकांत जैन, रवि धनोतिया आदि मौजूद थे.
 
			
