दिल्ली (तेज समाचार प्रतिनिधि). उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा की जीत के बाद से ही EVM को दोष देनेवाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल MCF चुनाव के पहले भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे थे. एक प्रकार से देखा जाए, तो उन्होंने चुनाव से पहले ही अपनी हार मान ली थी. चुनाव के दौरान भी उन्होंने नरेन्द्र मोदी, ईवीएम, दिल्ली की जनता को काफी कोसा, कई सारी अनर्गल बाते भी की. लेकिन हुआ वहीं, जो होना था. दिल्ली नगर निगमों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को प्रजंड जीत मिली और आप को पराजय का सामना करना पड़ा. खैर हार के बाद अब अरविंद केजरीवाल के सुर बदल गए है. केजरीवाल ने बुधवार को ट्वीट कर भाजपा को बधाई दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दिल्ली के तीनों नगर निगमों में जीत दर्ज करने के लिए भाजपा को बधाई देते हैं. केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली की भलाई के लिए उनकी सरकार एमसीडी के सहयोग से काम करना चाहेगी.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त जीत हासिल की है. एमसीडी चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाते हुए भाजपा ने नगर निगम के तीनों वार्डों में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया है. वहीं आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर और कांग्रेस नीचे खिसककर तीसरे नंबर पर आ गई है. हालांकि, आप अपनी हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहरा रही है.
– EVM पर फोड़ा जा रहा था हार का ठीकरा
इससे पहले सुबह रुझानों में हार देखने के बाद मनीष सिसोदिया सहित पार्टी के कुछ नेताओं ने अरविंद केजरीवाल के साथ उनके आवास पर मुलाकात की थी. इसके बाद मीडिया के सामने आए सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में बीजेपी की जीत ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से हुई है. मंत्री गोपाल राय ने भी इसे ईवीएम की लहर बताया.
– MCD चुनाव यानी लोकप्रियता पर जनमत संग्रह
दिल्ली एमसीडी चुनाव में आप की हार के कई मायने निकाले जा रहे हैं. एमसीडी चुनाव को केजरीवाल की दिल्ली में लोकप्रियता पर जनमत संग्रह के रूप में देखा जा रहा है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आप की हार पर केजरीवाल से इस्तीफा मांगा है.