पुणे (तेज समाचार डेस्क). भाजप और शिवसेना की ओर से पहली सूची जारी की गई है. इस सूचि में कुछ वर्तमान विधायकों को मौका दिया गया है, जबकि कुछ विधायकों का पत्ता काट दिया गया है. कोथरूड से पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल को उम्मीदवारी देकर मेधा कुलकर्णी का पत्ता साफ किया गया है. इस बात से मेधा कुलकर्णी काफी नाराज है, हालांकि उन्होंने अपनी नाराजगी से इनकार किया है. लेकिन फिर भी उन्होंने एक सनसनीखेज खुलासा किया है कि उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल और मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की ओर से चंद्रकांत पाटिल के विरोध में चुनाव लड़ने का ऑफर मिला है. इस खबर से भाजपा के खेमे में हलचल मच गई है.
– पोस्टरबाजी से पाटिल का विरोध
दूसरी ओर मेधा कुलकर्णी को टिकट न मिलने से कोथरूड के लोग भी नाराज है. हमें दूर का नहीं, हमें हमारा विधायक चाहिए, इस आशय के पोस्टर इन समय कोथरूड में दिखाई दे रहे हैं.
– ज्ञात हो कि मंगलवार को भाजपा की ओर से जारी पहली सूची जारी की गई. इस सूचि में कोथरूड सीट से वर्तमान विधायक मेधा कुलकर्णी की जगह पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल को उम्मीदवारी दी गई है. अपनी सीट हाथ से खोने के कारण मेधा कुलकर्णी की आंखों में आंसू आ गए थे और उन्हें रोते हुए भी देखा गया, लेकिन ऑन कैमरा मेधा कुलकर्णी ने इस बात से साफ इनकार किया कि वे नाराज नहीं है, लेकिन बुधवार को उन्होंने एक खुलासा करते हुए सनसनी फैला दी कि उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस और भाजपा की ओर से पाटिल के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऑफर मिला है.
– दबावतंत्र की राजनीति
कुछ लोग इसे मेधा कुलकर्णी की दबावतंत्र की राजनीति मान रहे हैं. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि कुलकर्णी राकां और मनसे का यह ऑफर स्वीकार करेंगी या नहीं. हालांकि कुलकर्णी ने अभी ऐसे कोई संकेत नहीं दिए है. उनका कहना है कि वे भाजपा में ही रहेंगी और जितनी मेहनत वे स्वयं के जीतने के लिए करती है, उतनी ही मेहनत वे चंद्रकांत पाटिल के लिए भी करेंगी और भाजपा को विजयी बनाएंगी.