मुंबई (तेज समाचार डेस्क): देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर का असर कम होता जा रहा है। हालांकि उत्तर-पूर्व समेत कुछ राज्यों में अब भी संक्रमण के मामलों में तेजी आ रही है। देश में सक्रिय मामलों की संख्या 24.19 लाख है, जो कुल संक्रमित मामलों का करीब 9 फीसदी है। बुधवार को तमिलनाडु में सबसे ज्यादा 33,764 नए केस, उसके बाद केरल में 28,798, कर्नाटक में 26,811 नए, महाराष्ट्र में 24,752 नए मामले सामने आए।
बात करें महाराष्ट्र की तो सिर्फ मई महीने के अंदर 34,486 बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आरोग्य विभाग के अनुसार, 1 से 26 मई तक 10 वर्ष तक के 34,486 बच्चे कोरोना से संक्रमित हुए हैं। एक मई को राज्य में कुल संक्रमित बच्चों की संख्या 1,38,576 थी। यह 26 मई को बढ़कर 1,73,060 हो गई। 1 मई को 11 से 20 वर्ष के 3,11,455 मरीज थे, वहीं 26 मई को इस आयु वर्ग के रोगियों की संख्या 3,98,266 हो गई है।
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को अधिक खतरे का अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक, ‘रोग से बच्चों को अधिक खतरा होने का पूरी दुनिया में कोई डेटा नहीं है। इस कारण अभिभावकों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है।’ डॉक्टरों ने बताया कि जन्म के बाद सामान्य टीके लगने से बच्चों की आंतरिक सुरक्षा प्रणाली और मजबूत हो जाती है। अभिभावकों को घबराने की जरूरत नहीं है। लॉकडाउन के कारण बच्चों के घर में रहने और बाहर का भोजन न करने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ रही है।’
पहली लहर में कमजोर इम्युनिटी वाले 60 वर्ष से अधिक के लोग संक्रमित हुए। इस आयु वर्ग की टीकाकरण की शुरुआत होने के बाद इनमें संक्रमण कम हो गया है।