पुणे (तेज समाचार डेस्क). कोविड19 यानी कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है. चूंकि पूरे देश में महाराष्ट्र और पूरे महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मरीज पुणे में मिल रहे हैं, अतः यहां खासी सावधानी बरती जा रही है. इस लॉक डाउन में लोगों खासकर दूसरे राज्यों से पुणे में रोजी- रोटी या पढ़ाई के लिए बसे हुए लोगों के हाल बेहाल हैं. यहां लॉक डाउन में बेहाल लोग जैसे तैसे अपने गांव-घर अपने अपनों के बीच जाना चाहते हैं, जोकि मुमकिन नहीं हो पा रहा है. कुछ यही हाल झारखंड निवासी दो भाइयों के हैं जिन्हें अपनी मां के क्रियाकर्म के लिए गांव जाना है मगर लॉक डाउन के चलते जा नहीं पा रहे हैं. इन भाइयों और उनके परिजनों ने झारखंड के कृषि मंत्री को खत लिखकर मदद की याचना की है.
– झारखंड जाना चाहते हैं दोनों भाई
झारखंड में जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र के तालझारी क्षेत्र अंतर्गत लोंगाय कमरडीहा गांव निवासी कृष्णदेव झा की पत्नी नगीना देवी का 25 मार्च को निधन हो गया. मृत नगीना देवी के दोनों पुत्र शैलेश कुमार झा एवं मिथिलेश कुमार झा महाराष्ट्र के पुणे में अलसाना पर्सनल सलूशन प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत है. वर्तमान में लॉक डाउन की स्थिति के कारण पुणे में ही फंसे हुए हैं. दोनों भाइयों को मां के क्रियाकर्म में भाग लेने के लिए अपने पैतृक गांव लोंगाय कमरडीहा जाना है. मगर लॉक डाउन के कारण दोनों भाई पुणे से जरमुंडी जाने में असमर्थ हैं. इस संदर्भ में दोनों भाइयों एवं उनके परिजनों ने कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को वस्तु स्थिति से अवगत कराया. परिजनों से जानकारी मिलने पर बादल पत्रलेख ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव अमरेंद्र प्रताप सिंह को पत्र प्रेषित कर पुणे महाराष्ट्र में फंसे दोनों युवकों को पुणे के जिला दंडाधिकारी से समन्वय स्थापित कर स्थानीय प्रशासन से अनुमति दिलाकर उनके घर वापसी के लिए सार्थक प्रयास करने को लेकर पत्र लिखा है.


