नवी मुंबई (तेज समाचार डेस्क)। हमारी युवा पीढ़ी अपने संस्कारों से भटकती जा रही है। इससे कई पारिवारिक एवं सामाजिक समस्याएं पैदा हो रही हैं इसलिए इस नई पीढव़ी को संस्कारवान बनाना बहुत जरूरी है। यह उद्गार कोपरखैरने सेक्टर 19a तालाब स्थित विश्वकर्मा मंदिर पर आयोजित भागवत कथा के दौरान प्रवचनकार तरुण मुरारी बापू ने व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कारवान एवं सुशिक्षित बनाने की जिम्मेदारी माता-पिता की है। वह चाहे तो अपने पुत्र को गोकर्ण या धुंधकारी बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुराचारी धुंधकारी ने अपने माता-पिता के साथ अन्य सज्जनों को प्रताड़ित किया । कुसंगत के कारण इसका अंत भी बुरा हुआ। अपने परिजनों के साथ इसका भी गोकर्ण ने उद्धार किया । उन्होंने कहा कि महिलाएं चाहें तो घर को स्वर्ग या नर्क बना सकती हैं इसलिए माताओं से निवेदन है कि वह घर में सुख शांति और खुशहाली के लिए ऐसा माहौल तैयार करें जो समाज में उदाहरण बन सके। मुरारी बापू ने कहा कि अच्छे कार्य में बहुत से विघ्न आते हैं लेकिन बुद्धि विवेक एवं साहस से तमाम झंझावातों से पार पाया जा सकता है । उन्होंने कहा कि भारत को हर क्षेत्र में विश्व गुरु बनाना है। इसके लिए पूरे भारत के निवासियों को एकजुटता दिखाते हुए देश भक्ति भावना से कार्य करना चाहिए। छोटे-मोटे मतभेदों को मिटा कर हमें भारत को विश्व गुरु बनाने का प्रयास करना चाहिए। कथा के दौरान शिव पार्वती राम एवं कृष्ण जन्म की रोचक कथाएं तरुण मुरारी बापू ने सुनाई। इस अवसर पर श्री कृष्ण जन्म उत्सव धूमधाम के साथ मनाया गया । श्री कृष्ण की मनमोहक झांकी देखने के लिए सभी आतुर हो उठे। तनिष्क सोलंकी अनिल शर्मा ने भजन एवं बधाई गीत प्रस्तुत कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।