नई दिल्ली (तेज़ समाचार प्रतिनिधि):राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के नाम पर भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला हो गया है। बिहार के राज्यपाल राम नाथ कोविंद राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार होंगे।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में सोमवार दोपहर राम नाथ कोविंद के नाम की घोषणा की। कोविंद भाजपा का दलित चेहरा हैं। भाजपा ने उनके नाम की घोषणा करके विपक्ष को भी साधने की कोशिश की है। वहीं, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दल 22 जून को बैठक करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी की संसदीय दल की लगभग दो घंटे चली बैठक के बाद कहा, हमने फैसला किया है कि रामनाथ कोविंद राजग की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार होंगे। रामनाथ कोविन्द का जन्म 1 अक्टूबर 1945 को यूपी में कानपुर जिले के परौंख गांव में हुआ था। कोविंद का सम्बन्ध कोरी या कोली जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। कोविंद ने कानपुर यूनिवर्सिटी से बी कॉम. और एल. एल. बी. की डिग्री हासिल की। वकालत की उपाधि लेने के बाद कोविंद ने दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत शुरु की। कोविंद 1977 से 1979 तक दिल्ली हाई कोर्ट में केंद्र सरकार के वकील रहे। कोविंद साल 1991 में भारतीय जनता पार्टी में सम्मिलित हुए। वो यूपी से दो बार राज्यसभा सांसद रहे हैं।
कानपुर देहात के रहने वाले हैं रामनाथ कोविंद और बीजेपी का दलित चेहरा हैं। रामनाथ कोविंद जी पिछड़ों और गरीबों के लिए हमेशा संघर्ष करते रहे हैं। रामनाथ कोविंद पेशे से वकील और दो बार राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं। वर्ष
1994 में उत्तर प्रदेश से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 2000 में दोबारा उत्तरप्रदेश से राज्य सभा के लिए निर्वाचित हुए। इस तरह कोविंद लगातार 12 वर्ष तक राज्य सभा के सदस्य रहे। वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। कोविंद भाजपा दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय कोली समाज अध्यक्ष भी रहे।