पुणे (तेज समाचार डेस्क). कोरोना वायरस की जांच के लिए अतिरिक्त प्रयोगशालाएं शुरू करने का फैसला सरकार ने लिया है. इसके बावजूद पुणे स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (राष्ट्रीय विषाणु संस्थान) में जांच के लिए बड़ी संख्या में सैंपल्स भेजे जा रहे हैं. एनआईवी में न सिर्फ भारत बल्कि चीन (वुहान) और इटली जैसे कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देशों के सैंपल्स की भी जांच हो रही है.
– अभी तक 14376 सैम्पल्स की जांच
एनआईवी की निदेशक प्रिया अब्राहम के हवाले से आई खबरों के अनुसार, एनआईवी में अब तक चीन, इटली, जापान, ईरान और मालदीव इन पांच देशों के तीन हजार कोरोना सैंपल्स की जांच की गई है. इतना ही नहीं देश भर में कोरोना के संभावित 13 हजार 486 मरीजों के करीब 14 हजार 376 कोरोना वायरस के सैंपल्स की भी जांच अब तक की जा चुकी है. जैसे-जैसे संक्रमण फैल रहा है मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
– अभी तक स्टेबल बना हुआ है कोरोना वायरस
एनआईवी में जांच के लिए आने वाले सैंपल्स की तादाद भी बढ़ती जा रही है. हालांकि सरकार ने एनआईवी पर नमूनों की जांच का बोझ कम करने के लिए अतिरिक्त प्रयोगशालाएं स्थापित की हैं. बावजूद इसके एनआईवी में आने वाले सैंपल्स का क्रम लगातार बना हुआ है. जब भी कोई वायरस वायरल होता है वह बड़ी तेजी से बदलता है मेडिकल साइंस में इस बदलाव को म्यूटेशन कहते हैं, लेकिन कोरोना वायरस के सैंपल की जांच में फिलहाल कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. जांचकर्ता वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक सकारात्मक बात है कोरोना वायरस अब तक स्टेबल बना हुआ है.