ग्वालियर (तेज समाचार डेस्क). भाजपा के बड़े नेता और मध्यप्रदेश सरकार के गृह व स्वास्थ्य मंत्री डॉ.. नरोत्तम मिश्रा पार्टी के लिए कई बार संकटमोचक की भूमिका निभा चुके हैं. कम बोलना और अधिक करना की शैली वाले डॉ.. मिश्रा का ग्वालियर दौरा भी इन दोनों बातों के इर्द गिर्द ही रहा. उन्होंने ग्वालियर के अपने लगभग दो घंटे के दौरे में चार पूर्व मंत्रियों से घर जाकर मुलाकात की और उनसे एकांत में चर्चा भी की. इन चारों मुलाकातों के बाद मीडिया के सवालों पर उन्होंने दो टुक जवाब दिया, “जब कोई डैमेज ही नहीं हुआ तो कैसा डैमेज कंट्रोल”.
– उपचुनावों के पहले यह दौरा विशेष है
प्रदेश में चौथी बार सरकार बनने के बाद शिवराज सरकार के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा रविवार रात ग्वालियर दौरे पर थे. उपचुनावों से पहले उनका दौरा और ग्वालियर में पार्टी के चार दिग्गज पूर्व मंत्रियों से मुलाकात को राजनैतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा था. लेकिन अपने काम करने के तरीके के लिए पार्टी में विशेष स्थान बना चुके डॉ. मिश्रा ने यहां भी वही तरीका अपनाया. चार वरिष्ठ नेताओं से घर जाकर मुलाकात की, अनूप मिश्रा और माया सिंह के पैर छूकर कहा आशीर्वाद लेने आया हूं और नारायण, पवैया से मुलाकात के बाद बोले सौजन्य भेंट करने आया था, हमारे साथी हैं हम मिलते रहते हैं, कोई नई बात नहीं है. आज पारिवारिक बातें करने आया था कोई राजनैतिक बात नहीं हुई. बस सौजन्य भेंट थी.
– तूने पेपर में छपवा दिया, तो लोग मिलने चले आए
डॉ. नरोत्तम मिश्रा सबसे पहले करीब साढ़े आठ बजे पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद अनूप मिश्रा के सिंधी कॉलोनी स्थित निवास पर पहुंचे. यहाँ दरवाजे पर अनूप मिश्रा की पत्नी शोभा मिश्रा ने डॉ. मिश्रा की आरती की, तिलक लगाया. यहाँ नरोत्तम के आने की पूर्व सूचना के चलते कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ थी. जिसे देखकर डॉ. मिश्रा ठिठके और अनूप मिश्रा से बोले इतनी भीड़, जवाब में अनूप मिश्रा ने कहा तूने पेपर में जो छपवा दिया था इसलिए मिलने आये. कुछ देर गपशप करने के बाद दोनों ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में गए और करीब आधा घंटे तक एकांत में चर्चा की. मीडिया ने जब डॉ. मिश्रा से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ये मेरा घर है अनूप जी मेरे बड़े भाई है. भाई भाभी का आशीर्वाद लेने आया हूं. मंत्री बनने के बाद भाई साहब ने फोन पर बधाई दी थी जिसे मैंने स्वीकार नहीं किया था अब पैर छूकर वही लेने आया हूं. नाराजी और डैमेज कंट्रोल के सवाल पर डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जब कोई डैमेज ही नहीं हुआ तो कंट्रोल कैसा.
– नरोत्तम मेरा छोटा भाई
वहीं अनूप मिश्रा ने कहा कि छोटा भाई बड़े भाई से मिलने आया था, ये उसका घर है, हमारे पारिवारिक रिश्ते हैं. घर आकर आशीर्वाद लेने का वादा निभाने आया है. जौरा से टिकट मांगने के सवाल पर चिड़ते हुए अनूप मिश्रा ने कहा कि मैंने कोई टिकट नहीं मांग, मैं तो पहले ही चुनाव नहीं लड़ने के लिए कह चुका हूं. उपचुनाव में उनकी भूमिका के सवाल पर पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री ने कहा कि वे काम में लगे हैं कार्यकर्ताओं को काम सौंप रहे हैं उन्होंने दावा किया कि हम अंचल की सभी 16 सीटें जीतेंगे और इसके लिए मैं प्राण प्रण से जुटा हूं.
– नारायण सिंह और माया सिंह से भी की मुलाकात
अनूप मिश्रा से मुलाकात के बाद डॉ. मिश्रा हारकोटा सीर स्थित पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह के घर पहुंचे. यहां नारायण सिंह ने उनके पैर छूने का प्रयास किया तो नरोत्तम ने रोक दिया कहा, पैर नहीं छुओ यार अब तो बूढ़े हो चले हो. इस बात पर दोनों ने ठहाके लगाए. यहां डॉ. मिश्रा करीब 15 मिनट रुके और फिर माया सिंह के घर रानी महल पहुंच गए. स्वागत माया सिंह के पुत्र पीतांबर ने किया. घुसते ही डॉ. मिश्रा ने कहा कि मैं लेट तो नहीं हो गया क्योंकि मामा जल्दी सो जाते हैं. उसके बाद वे मायासिंह के पैर छूने झुके तो माया सिंह ने रोका इस पर डॉ. मिश्रा बोले आप बड़ी हैं आशीर्वाद लेने आया हूं. यहां पूर्व मंत्री ने करीब चालीस मिनट बिताए और चाय नाश्ते के साथ मामी माया सिंह और मामा ध्यानेन्द्र सिंह से बातचीत की.