पुणे (तेज समाचार डेस्क). किसी भी शहर के विकास के लिए आवागमन सबसे अहम होता है. इसके लिए यह जरूरी है कि लोगों के लिए बड़ी संख्या में पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध होना चाहिए. उत्तम पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध हो. किसी भी शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा ऐसी होनी चाहिए कि पब्लिक को 500 मीटर से कम अंतर पर वह उपलब्ध हो सके. वह डिपेंडेबल व इंफिसिएट होनी चाहिए. ताकि लोगों को जहां जाना है, उसके लिए सभी पर्याय पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में उपलब्ध कराना बेहद जरूरी है. यह जब उपलब्ध कराए जाएंगे, तो लोग निजी वाहनों का प्रयोग कम करेंगे. आनेवाले समय में यह दृश्य पुणे में भी दिखाई पड़ेगा. वह दिन दूर नहीं जब पुणेकर एसी बसों में सफर करेंगे, वह भी नॉन एसी बस के किराए में. इतना ही नहीं, तो बस के लिए उसे लंबा व उबाउ इंतजार नहीं करना पड़ेगा. हर पांच मिनट में पुणकरों को हर स्टॉप से पीएमपी बस मिल सकेगी. यह दावा खुद राज्य के मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस ने पुणे में किया.
– स्वारगेट मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब का भूमिपूजन
– स्वारगेट मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब का भूमिपूजन
पुणे के लिए अत्यंत महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट स्वारगेट मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब का भूमिपूजन उन्होंने किया. इसके साथ ही उन्होंने स्मार्ट मोबिलिटी के एक हिस्से के तौर पर इलेक्ट्रिक बस व महिलाओं के लिए समर्पित तेजस्विनी बसों की शुरूआत की. उन्होंने कहा कि पीएमपी ने बेहतर निर्णय लिया है. अगर पुणेकरों को हर पांच मिनट में बस चाहिए तो पुणे में कम से कम 3500 बसें उपलब्ध करानी होगी. पर अभी केवल 2000 बसें ही उपलब्ध हैं. यानी 1500 बसें और खरीदनी होगी. खुशी की बात यह है कि लगभग 1500 बसें खरदीने का निर्णय पीएमपी ने लिया है. इस साल उसमें से एक हजार बसें खरीदी जाएंगी. जो पुणे के इतिहास में बड़ी बात है. यानी अगले साल के अंत तक 3500 बसें पुणेकरों के लिए सड़कों पर दौड़ेंगी. 300 बसें स्क्रैप होंगी. पर इसके साथ ही आवागमन का ग्रीन होना भी जरूरी है.
– दोनों शहरो में होगा मेट्रो का जाल
उन्होंने कहा कि पुणे व पिंपरी शहर में मेट्रो का जाल बुना जा रहा है.जो पूरी तौर पर ग्रीन ट्रांसपोर्ट है. साल के आखिर तक इसके शहर में चलने की पूरी आशा है. हर 2 मिनट में लोगों के लिए मेट्रो उपलब्ध होगी. ऐसे में अगर मेट्रो को पीएमपी बस से इंटीग्रेट करना है तो हर पांच मिनट में बस उपलब्ध कराना ही होगा. तभी बस का सही उपयोग लोग कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि पीएमपी के बदलते स्वरूप को सफल करने की जिम्मेदारी पीएमपी कर्मचारियों की है. इसलिए उनसे अपील कि वे इसके लिए इमानदारी से जुट जाएं.
– दोनों शहरो में होगा मेट्रो का जाल
उन्होंने कहा कि पुणे व पिंपरी शहर में मेट्रो का जाल बुना जा रहा है.जो पूरी तौर पर ग्रीन ट्रांसपोर्ट है. साल के आखिर तक इसके शहर में चलने की पूरी आशा है. हर 2 मिनट में लोगों के लिए मेट्रो उपलब्ध होगी. ऐसे में अगर मेट्रो को पीएमपी बस से इंटीग्रेट करना है तो हर पांच मिनट में बस उपलब्ध कराना ही होगा. तभी बस का सही उपयोग लोग कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि पीएमपी के बदलते स्वरूप को सफल करने की जिम्मेदारी पीएमपी कर्मचारियों की है. इसलिए उनसे अपील कि वे इसके लिए इमानदारी से जुट जाएं.
– तो सबसे प्रदूषित शहर होगा पुणे
उन्होंने कहा कि आज पुणे शहर वाहनों का डिपो बन चुका है. बड़े पैमाने पर दूसरे किसी भी शहर में इतने वाहन नहीं दिखाई पड़ेंगे. बड़ी तादाद में टू व्हीलर्स, फोर व्हीलर्स, बसें यहां हैं. जिससे प्रचंड कजर्वेशन पुणे में दिखाई पड़ता है. पर यह केवल कजर्वेशन तक ही सीमित नहीं होती. यही परिदृश्य अगर प्रदूषण के रूप में दिखाई पड़ेगी तो वह दिन दूर नहीं जब यह यह आईटी व एजुकेशन हब जल्द राज्य के प्रदूषण के मामले में भी नंबर एक बन जाएगा. यहां ट्रैफिम जाम का नजारा विकट है. इसलिए जब तक ट्रैफिक में सुधार के साथ ही ग्रीन मोबिलिटी का पर्याय शुरू नहीं करेंगे, लोगों को ट्रांसपोर्टेशन की इंटीग्रिटी नहीं उपलब्ध कराएंगे तब तक यहां के यातायात में सुधार नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि स्वारगेट ऐसा हब है. जहां करीब 6 लाख वाहन यहां से रोजाना गुजरते हैं. वहां एमएसआरटीसी, पीएमपी, एसटी ऑटो रिक्सा, ओला उबर को इंटीग्रेटेड करना होगा. हमारी सरकार तेजी से काम क्येां कर पा रही है, क्योंकि हम सभी विभागों में समन्वय साध रहे हैं. इसका असर यह होगा कि यदि कोई मेट्रो से आएगा तो उसे पीएमपी बस मिल सकेगी व पीएपमी से आएगा तो उसे वहीं मेट्रो मिल सकेगा. यदि वह एसटी से आएगा तो उसे मेट्रो मिल सकेगा. साथ ही ऑटो, कैब सभी वाहन एक ही जगह पर मिल सकेंगे. उन्हें कहीं और नहीं भटकना पड़ेगा. इससे यात्रियों को सहूलियत होगी.यह इंटीग्रेशन किया गया है.
– स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन पर जोर
सीएम ने कहा कि अगले चरण के तहत हमें स्मार्ट ट्रांसपोर्टेशन शुरू करना है. इस ट्रांसपोर्ट के तहत सभी बसों को सेंसर बेस सिस्टम के आधार पर एक्सिबिलिटी मिलेगी. यानी कितने मिनट में लोगों को बस मिलेगी, बस में जगह है या नहीं यह बस स्टॉप पर लगे इलेक्ट्रिक डिस्प्ले पर दिखाई पड़ेगी. उसके आधार पर लोग अपना सफर तय कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही जो कोई इंटीग्रेटेशन हमें भविष्य के लिए करना है, वह सभी एक ही ऐप पर उपलब्ध हो सके, उसके माध्यम से हम किसी एक जगह पर खड़े होकर मोबिलिटी पर निर्णय कर सकेंगे. कहां कब मेट्रो या बस या कैब उपलब्ध हैं वह उस ऐप पर दिखाई पड़ेगा. उसके आधार पर यात्री फैसला कर सकेंगे कि उसे किससे स फर तय करना है. यह सभी एप्लिकेशन एक सिंगल ऐप पर लाना होगा. सिंगल टिकट पर भी काम कर रहे हैं ताकि एक ही टिकट पर मेट्रो या पीएमपी बस में सफर किया जा सके. इससे पुणेकरों का सड़कों पर लगने वाला जाम भी कम किया जा सकेगा व प्रदूषण भी कम कर सकेंगे.
– एचसीएमटीआर हमारे लिए अहम
– एचसीएमटीआर हमारे लिए अहम
उन्होंने कहा कि एचसीएमटीआर हमारे लिए अहम है. इससे पुणे को डीकंजस्टेड किया जा सकेगा. जून तक यह काम शुरू हो जाना चाहिए. सभी दिक्कतें मैं दूर करूंगा. पिंपरी-चिंचवड का 40 किमी का अलग से काम करेंगे. नाशिक व पिंपरी चिंचवड में एलआरसिटी शुरू करेंगे. यह सस्ता परिवहन है. जो आवागमन के लिए सुलभ व सुरक्षित होगा. सीएम ने कहा कि रिंग रोड से शहर को नया ग्रोथ मिलेगा. इससे बेहतर मोबिलिटी मिल सकेगा. इसके लिए पुणे मनपा का गौरव करता हूं. उन्होंने कहा कति मनपा के साथ केंद्र व राज्य सरकार खड़ी है. इन परियोजनाओं से पुणे का चेहरा व मोहरा बदल रहा है. बदलते पुणे के लिए अभी काफी कुछ हमें करना है. उसके लिए हम प्रयासरत हैं.