मुंबई (तेज समाचार डेस्क). आजकल सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे भी लोग सक्रीय है, जो हर बात का सिर्फ और सिर्फ विरोध करते रहते है. विशेष रूप से फिल्मी सितारों का. लेकिन सच्चाई इससे लाखों कोस दूर है. हकीकत यह है कि कुछ लोग फिल्मी सितारों के बारे में भले ही कुछ भी सोचते हो, लेकिन अधिकांश लोग इन्हीं फिल्मों सितारों को अपना आदर्श या फिर अपना सब कुछ मानते है. ऐसा ही एक वाकिया सामने आया है. मुंबई के मालाबार हिल निवासी निशा त्रिपाठी ने मरने से पहले अपने सभी बैंक अकाउंट और लॉकर्स का उत्तराधिकारी फिल्म अभिनेता संजय दत्त को घोषित कर दिया. हालांकि इस बात की जानकारी जब संजय दत्त को मिली, तो उन्होंने इस पैसे में से एक रुपये लेने से भी इनकार कर दिया है. निशी त्रिपाठी की 15 जनवरी को लंबी बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी. वह अपनी 80 वर्षीय मां और तीन भाई-बहन के साथ रहती थीं.
मुंबई मिरर के अनुसार मरने से पहले उन्होंने अपने बैंक को कई खत लिखे और ‘अभिनेता संजय दत्त’ को अपना नॉमिनी बनाया था. उन्होंने अभिनेता का पता उनके पाली हिल स्थित घर का दिया था. निशी के परिवार को भी इस बात की कोई जानकारी नहीं थी.
निशी की दीवानगी जानकर शॉक में परिवार निशी की प्रार्थना सभा में उनके वकील ने परिवार को इसकी जानकारी दी. उनके परिवार को मालूम था कि वह संजय दत्त की बड़ी फैन हैं, लेकिन इतनी दीवानगी के बारे में वो खुद नहीं जानते थे. वहीं संजय दत्त को ये 29 जनवरी को पता लगा जब एक पुलिस ऑफिसर ने उन्हें इस मामले की जानकारी दी. वो उस वक्त अपनी आने वाली फिल्म ‘साहेब, बीवी और गैंगस्टर’ की शूटिंग कर रहे थे. संजय दत्त ने धनराशि लेने से किया इनकार संजय दत्त निशी द्वारा उन्हें नॉमिनी चुने जाने से काफी अभिभूत हैं लेकिन उन्होंने इस धनराशि में से एक भी रुपये लेने से साफ इनकार कर दिया है. इसके लिए उन्होंने बैंक को खत भी लिखा है और कहा है कि लॉकर और अकाउंट का सारा सामान उनके परिवार को सौंप दिया जाए.
निशी के लॉकर और अकाउंट को लीगल कारणों के कारण अभी तक नहीं खोला गया है. ‘इस घटना से अभिभूत हूं’ संजय दत्त के वकील ने कहा कि वह परिवार को धनराशि मिल जाए, इसके लिए हर संभव मदद करेंगे. इस घटना पर अभिनेता ने कहा, ‘एक्टर्स के तौर पर हम जानते हैं कि फैंस हमारे नाम पर अपने बच्चों के नाम रखते हैं, वह हमारा पीछा करते हैं, हमें तोहफे देते हैं लेकिन इससे मैं शॉक हूं. मैं इसमें से कुछ भी क्लेम नहीं करूंगा. मैं उन्हें नहीं जानता था लेकिन मैं इस पूरी घटना से बहुत अभिभूत हूं.’