नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). भारत के इतिहास में पहली बार भारत को एक ऐसा प्रधानमंत्री मिला है, जिसने प्रधानमंत्री पद का कार्यभार स्वीकारने के बाद पिछले चार सालों में एक भी दिन अवकाश नहीं लिया है. इस उम्र में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 घंटे काम करते हैं. पिछले चार सालों में उन्होंने भारत को विश्व पटल पर शिखर पर बिठाया है. आज यह कोई माने या न माने, लेकिन अपरोक्ष रूप से नरेन्द्र मोदी विश्व का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. यह उनका प्रभावशाली व्यक्तित्व ही है, जिसके कारण आज विश्व के देश उनकी एक झलक पाने के लिए रेड कारपेट बिछा कर उनका इंतजार करते है और उनके सम्मान में खड़े होते है. इस उम्र में इतनी भाग-दौड करना और फिर भी तरोताज़ा रहना शायद एक स्वस्थ युवा के लिए भी संभव नहीं होगा. लेकिन क्या आप जानते है, नरेन्द्र मोदी इतना सब कुछ कैसे कर लेते है? क्या है उनकी सेहत का राज़? अपनी सेहत बनाए रखने के लिए नरेन्द्र मोदी क्या खाते है? इसका खुलासा खुद नरेन्द्र मोदी ने लंदन में एक टॉक शो के दौरान एक युवक के सवाल के जवाब में किया. इस युवक के सवाल के जवाब में नरेन्द्र मोदी ने अपनी सेहत के राज़ से पर्दा उठाते हुए कहा कि दरअसल, वे रोज 1-2 किलो गालियां खाते हैं, यही उनकी सेहत का राज है.
– लंदन में खोला अपनी सेहत का राज़
पिछले दिनों हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लंदन के दौरे पर थे. यहां पीएम मोदी ने लंदन के टाउनहॉल में प्रवासी भारतीयों से खुल कर चर्चा की. इस निमित्त आयोजित कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के प्रमुख प्रसून जोशी ने किया. प्रसून जोशी ने जिस प्रकार मोदी के सामने प्रश्न रखे और बात की, उससे स्वयं नरेन्द्र मोदी इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने कार्यक्रम के दौरान ही जोशी की प्रशंसा की. इसी कार्यक्रम में एक लड़के ने पीएम मोदी की सेहत का राज पूछा. पीएम मोदी ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, वे पिछले 20 साल से रोज 1-2 किलो गालियां खा रहे हैं. उनके इतना कहते ही दर्शकों जोर जोर से ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगने लगे. ऐसा जवाब सुनकर हर कोई हैरान रह गया.
– शाकाहार और नियमित दिनचर्या
लंदन में एक युवक के सेहत के प्रश्न पर भले ही नरेन्द्र मोदी ने गालियां खाने को अपनी सेहत का राज़ बताया हो, लेकिन वास्तव में नरेन्द्र मोदी की सेहत का राज उनकी सकारात्मक सोच है. इसके अलावा पूरा विश्व जानता है कि नरेन्द्र मोदी शुरू से ही पूर्ण रूप से शाकाहारी है. सात्विक भोजन, नियमित दिनचर्या, सुबह उठकर योगा-ध्यान नरेन्द्र मोदी की सेहत को संतुलित रखते है. नरेन्द्र मोदी ही नहीं, बल्कि ऐसे अनेक लोग इस संसार में है, जो शाकाहार को स्वस्थ रहने के लिए योग्य आहार मानते है. इसके अलावा नियमित रूप से योगा करना सेहत के लिए लाभकारी होता है. सबसे बड़ी बात नरेन्द्र मोदी की सकारात्मक सोच उनकी सबसे बड़ी शक्ति है. उनमें देश भावना कूट-कूट कर भरी है. वे सदैव अपने देश, अपने देशवासियों की भलाई के लिए ही दिन-रात सोचते है. देश को आगे कैसे बढ़ाया जाए, देश के लोगों की स्थिति को कैसे सुदृढ़ बनाया जाए, इसी के लिए वे दिनरात सोचते है और उसके लिए काम कर रहे हैं. विपक्ष चाहे कितना भी उन्हें गालियां दें, लेकिन वे उसे भी सकारात्मक लेते हुए काम करते है. अपनी गलतियों से सीखते है और हर समय कुछ विकासात्मक, रचनात्मक और वह काम जिससे इस देश के लोगों का विकास हो, इसी बारे में प्रयास करते रहते हैं.
– देश की जनता ही मेरी ताकत
मोदी अनेक बार अपने भाषणों में कह भी चुके है कि इस देश की 125 करोड़ की जनता ही उन्हें काम करने की ताकत प्रदान करती है. मनोवैज्ञानिक दृष्टि से सोचा जाए, तो मनोवैज्ञानिक भी यही बात बताते है. आप सदैव स्वयं को सकारात्मक रखे, अच्छा सोचे, किसी के प्रति वैमनस्य न रखे, मन को प्रसन्न रखे, किसी के बारे में बुरा न सोचे. इससे आपकी एनर्जी अच्छे कामों में ही खर्च होगी और आप सदैव अच्छा ही करेंगे. जब आप अच्छा सोचेंगे और अच्छा करेंगे, प्रसन्न रहेंगे, तो आपकी सेहत भी अच्छी रहेगी.
– एक बार प्रयास करके देखिए
जो लोग नरेन्द्र मोदी से प्रभावित है और वे जो नरेन्द्र मोदी के विरोधी है एक बार मोदी का 10 प्रतिशत ही अनुसरण करके देखे, तो आप स्वयं इस बात को महसूस करेंगे कि जो नरेन्द्र मोदी करते है, वह ज्यादा कठिन या मुश्किल नहीं है. बल्कि जो नरेन्द्र मोदी करते है, जैसा नरेन्द्र मोदी सोचते है, जो उनकी दिनचर्या है उस पर अमल किया जाए, तो देश का हर व्यक्ति किसी भी उम्र में स्वस्थ रह सकता है.