मुंबई (तेज समाचार डेस्क). गत वर्ष यानी 2017 के सितंबर माह में मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के फुट ओवरब्रिज पर हुए भगदड़ के 36 पीड़ितों को रेलवे ने मुआवजा दे दिया है. यह मुआवजा 17 मृत लोगों के परिजनों और 19 घायलों को दिया गया है. मृतकों के परिजनों को आठ-आठ लाख रुपए जबकि घायलों को 25 हजार से लेकर आठ लाख रुपए तक मुआवजा दिया गया.
– शायद की कभी इतनी जल्द मिला हो मुआवजा
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह सुनिश्चित किया गया है कि पीड़ितों को बिना किसी विलंब के राशि मिले. रेलवे प्रवक्ता के मुताबिक, आमतौर पर मुआवजे का दावा सुलझने में दो से चार साल का समय लगता है, लेकिन यह बहुत जल्द सुलझ गया. यह पहली बार है जब दावों के मामले में कोई भी वकील शामिल नहीं हुआ.
– भीड़-बारिश-अफवाह बनी दुर्घटना का कारण
जांच दल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि हादसे की वजह भीड़, बारिश और अफवाह थी. जांच रिपोर्ट में रेलवे अफसरों और कर्मचारियों को क्लीनचिट दे दी गई. रेलवे के जांच पैनल ने हादसे में घायल हुए 30 लोगों से बात की. उनसे बातचीत के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की गई. सेंट्रल रेलवे ने कहा कि पैनल के मुताबिक, भगदड़ मचने की अहम वजह पुल गिरने की अफवाह थी. जिसके कारण स्थिति बिगड़ती चली गई. भारी बारिश के चलते लोग अचानक सीढ़ियों पर आ गए. जिससे भीड़ हो गई. ब्रिज पर लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही थी. जिनके पास सामान था, उनका बैलेंस बिगड़ गया और वे गिर गए. इससे भगदड़ मच गई.
– 104 साल पुराना एलफिन्स्टन ब्रिज
एलफिन्स्टन ब्रिज 104 साल पुराना था. 1911 में लॉर्ड एलफिन्स्टन के नाम पर स्टेशन बनाया गया था. इसके दो साल बाद ब्रिज बनाया गया. लॉर्ड एलफिन्स्टन 1853 से 1860 तक बॉम्बे के गवर्नर रहे थे. इस फुटओवर ब्रिज से हर दिन 3 लाख से ज्यादा लोग गुजरते हैं.