पुणे (तेज समाचार डेस्क). पिछले कुछ दिनों से हत्याओं का सिलसिला लगातार जारी है. पुणे के पड़ौसी शहर पिंपरी चिंचवड़ की उद्योगनगरी में सोमवार को ऑनर किलिंग का मामला सामने आने से पूरे शहर में सनसनी फैल गई है. इस घटना में प्रेम प्रकरण में एक दलित युवक की हत्या कर दी गई. सांगवी पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ हत्या और एट्रोसिटी (अनुसूचित जाति अत्याचार प्रतिबंध कानून) के तहत मामला दर्ज किया है. देर रात तक चली गिरफ्तारी के दौर में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया जबकि अन्य दो किशोर उम्र के आरोपियों को हिरासत में लिया गया. गिरफ्तार आरोपियों को 7 दिन तक पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया गया है.
– दो नाबालिग सहित सभी आरोपी कब्जे में
विराज विलास जगताप (20, जगताप नगर, पिंपले सौदागर, पुणे) ऐसा इस वारदात में मारे गए युवक का नाम है. उसकी हत्या के आरोप में सांगवी पुलिस ने हेमंत कैलाश काटे, सागर जगदीश काटे, कैलाश मुरलीधर काटे, जगदीश मुरलीधर काटे समेत छह आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 143, 147, 148, 149, एट्रोसिटी एक्ट 2015 की धारा 1889, 3(1) (r) (s) 3(2) (va) 3(2), महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धारा 37 (1) सहित 135 के तहत मामला दर्ज किया है. देर रात तक उक्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. अदालत में पेश करने पर उन्हें 16 जून तक पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया गया. वहीं अन्य दो किशोर उम्र के लड़कों को हिरासत में लिया गया.
– सिर पर रॉड मारने के बाद पत्थरों से कुचला
रविवार की रात 10 बजे के करीब पिंपले सौदागर में घटी इस घटना के बारे में विराज के चाचा जितेश वसंत जगताप (44) ने सांगवी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस के अनुसार, विराज और आरोपी जगदीश काटे की बेटी एक दूसरे से प्यार करते हैं. इस बात का पता चलने के बाद काटे परिवार नाराज था. इसी नाराजगी में रविवार की रात उन्होंने एक टेम्पो से दोपहिया से जा रहे विराज का पीछा किया. शिव बेकरी के पास उसकी दोपहिया को टेम्पो से टक्कर मारकर उसे गिरा दिया. अपनी जान बचाने के लिए विराज भागने लगा तो आरोपियों ने उसे दौड़ाकर उसके सिर में रॉड और पत्थरों से हमला किया. जातिसूचक गालियां देते हुए उसे मार मारकर अधमरा करने के बाद जितेश को फोन कर जानकारी दी. जितेश और उनके अन्य रिश्तेदार तुरंत वहां पहुंचे और विराज को समीप के अस्पताल में भर्ती कराया. सोमवार की दोपहर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद जगताप परिवार और शहर के दलित संगठनों में आक्रोश व्याप्त हो गया है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की जा रही है.