पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे में गुरुवार को हुए मुठा नहर फूटने के हादसे में नहर के आसपास की और दांडेकर पुल की छोपड़पट्टियों में पानी भर गया था. हालात इतने बदतर हो गए थे, कि लोगों को अपनी जान बचाना भी मुश्किल हो गया था. ऐसे में पानी के तीव्र उफान के बीच अपने जान की परवाह न करते १५ लोगों की जिन्दगी बचानेवाली महिला पुलिस कर्मचारी नीलम गायकवाड़ की सभी ओर प्रशंसा हो रही है. दत्तवाड़ी पुलिस स्टेशन में तैनात नीलम गायकवाड़ के इस दिलेरी पूर्ण काम के लिए शुक्रवार को विशेष सत्कार किया गया. महाराष्ट्र राज्य पुणे जिला दक्षता व नियंत्रण समिति मनीषा धारणे के हाथों नीलम का सत्कार किया गया. इस समय वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक देवीदास घेवारे उपस्थित थे.
इस घटना के बारे में नीलम ने बताया कि जैसे ही घटना की जानकारी पुलिस थाने को मिली, मैं अपने सहकर्मियों के साथ तुरंत वहां पहुंची. नहर फूटने से पानी काफी तेजी से आसपास की बस्तियों में भरता जा रहा था. ऐसे में बच्चों, औरतों, बूढ़ों को अपनी जान बचा कर सुरक्षित स्थान पर जाना भी मुश्किल हो रहा था. नीलम ने बताया कि जिस जगह पर पानी का वेग सर्वाधिक था, मैं वहां गई. वहां मैंने देखा कि कुछ छोटे बच्चे और वृद्ध फसे हुए है. उनको वहां से निकलाना काफी मुश्किल लग रहा था. उनकी हालत देख कर मैंने एक पल विचार किया और फिर हिम्मत कर पानी की उस तीव्र धारा में उतर गई और रस्से की सहायता से करीब 15 लोगों को मैंने वहां से निकाला. छोटे बच्चों को मैंने अपनी पीठ पर लाद कर उन्हें वहां से निकाला. मुझे खुशी है कि मैं उन लोगों की जान बचा सकी.
नीलम ने इस बात पर खेद व्यक्ति कि राहत और बचाव का यह काम और भी तेजी से हो सकता था, लेकिन अधिकतर लोग वहां सिर्फ तमाशा देख रहे थे और मोबाइल से वीडियो बना रहे थे.
– आयुक्त ने की सराहना
पुणे के पुलिस आयुक्त के. वेंकटेशम ने ट्वीट कर कहा कि नीलम गायकवाड की इस दिलेरी की वजह से कई लोगों की जान बचाई जा सकी. हमें गर्व है कि नीलम जैसी महिला पुलिस कर्मी हमारे साथ है.