नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क) : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले के प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नेशनल डिजीटल हेल्थ मिशन नई क्रांति लेकर आएगा। सभी को हेल्थ आईडी कार्ड दी जाएगी। इस कार्ड से लोगों की परेशानी को दूर किया जा सकेगा। तकनीक का उपयोग करके इस कार्ड की मदद से लोगों के स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारी मौजूद होगी। अस्पताल में पर्ची बनाने से लेकर दवा लेने तक का काम इस कार्ड की मदद से दिक्कतें दूर हो जाएंगी। इस कार्ड में मरीजों के टेस्ट, दवा, रिपोर्ट सभी का ब्योरा होगा। उत्तम स्वास्थ्य के लिए वे सही फैसला कर पाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि ने देश स्वास्थ्य सेक्टर में तेजी से विकास कर रहा है। कोरोना कालखंड के शुरुआत में सिर्फ एक लैब था जो अब बढ़कर 1400 कर दिया गया। पहले टेस्ट की संख्या भी 300 के करीब थी जो अब बढ़कर 7 लाख से ज्यादा टेस्ट प्रतिदिन हो गया है। नए एम्स खोले गए हैं। पिछले पांच सालों में एमबीबीएस की सीटें 45 हजार से ज्यादा सीटों की बढोतरी की गई है। देश में 1.5 लाख वेलनेस सेंटर की कोरोना से निपटने में बड़ी भूमिका अदा की है।
कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन को हर घर तक पहुंचाने की रूप रेखा तैयार: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि देश के वैज्ञानिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन तैयार करने में जुटे हैं। मौजूदा समय में तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है। तीनों वैक्सीन का काम अलग अलग चरणों में है। जैसी ही इनको वैज्ञानिको द्वारा हरी झंडी मिल जाएगी, वैसे ही इसके मास प्रोडक्शन का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन हर भारतीयों के पास कैसे पहुंचे उसकी रूप रेखा भी तैयार हो गई है।